-स्वच्छ सर्वेक्षण में 20 हजार सिटीजन का फीडबैक होने पर ही मिलेगी धनराशि

बरेली-स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के लिए सिटीजन फीडबैक पूरा कराने के लिए नगर निगम ने स्कूल-कॉलेज व कोचिंग संचालकों से संपर्क किया है। थर्सडे को नगर निगम की टीमें अलग-अलग कॉलेज व कोचिंग में अधिक से अधिक लिंक डाउनलोड कराकर सिटीजन फीडबैक का टारगेट पूरा करने प्रयास किया। स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए 20 हजार लोगों का सिटीजन फीडबैक होना जरूरी है। फीडबैक के आधार पर ही रकम मिलेगी। नगर निगम अभी इस मामले में काफी पीछे है। वहीं स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पहुंची टीमों ने भी सर्वे शुरू कर दिया है। बरेली में 3 टीमें पहुंची हैं, जिसमें एक टीम कूड़ा निस्तारण, दूसरी टीम ओडीएफ की हकीकत देखेगी जबकि तीसरी टीम पब्लिक का फीडबैक लेगी। टीमें 27 जनवरी तक शहर में स्वच्छता की हकीकत परखेंगी। इससे पहले वर्ष 2018 में नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में फेल हो चुका है, इसके बावजूद हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है।

एप डाउनलोड करने के लिए भी जूझना पड़ा

इससे पहले स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में शामिल होने के लिए नगर निगम को एप डउनलोड करने के टारगेट को पूरा करने के लिए भी जूझना पड़ा। शहर भर से 6000 हजार लोगों को एप डाउनलोड करना जरूरी था, लेकिन इसकी सुध नगर निगम के अधिकारियों को तब आई जब वेबसाइट बंद होने वाली थी। इसके चलते नगर आयुक्त ने निगम के सभी कर्मचारियों के साथ ही ठेकेदारों को भी एप डाउनलोड करने में लगाकर जैसे तैसे टारगेट पूरा कराया। अब फीडबैक का लक्ष्य पूरा करने में अफसरों के पसीने छूट रहे हैं।