- मेट्रोमैन ने किया दौरा

- फिलहाल नहीं चलेगा चालान का अभियान

LUCKNOW: मेट्रोमैन ई श्रीधरन लखनऊ मेट्रो के प्रोजेक्ट की तेजी से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से काम होना चाहिए था, वह नहीं चल रहा है। मेट्रो को लेकर केंद्र और राज्य के बीच गतिरोध चल रहा है। अभी तक न तो लोन की बात क्लियर हुई है और न ही टीपी नगर से आलमबाग तक नो पार्किंग जोन पर अमल हो पा रहा है। सोमवार से यहां अभियान चलना था लेकिन अब एसपी ट्रैफिक और मेट्रो सेल के अधिकारियों के साथ सोमवार को बैठक के बाद इसका फैसला लिया जाएगा कि यह अभियान किस तरह चलाया जाए।

मेट्रो मैन ई श्रीधरन ने एक बार फिर दोहराया कि ख्0क्7 से पहले लखनऊ में फ‌र्स्ट फेज की मेट्रो दौड़ा पाना मुश्किल है। जिस तेजी से काम होना चाहिए वह नहीं चल रहा है। प्रदेश सरकार ने भले ही राजधानी में जगह-जगह होर्डिग लगा रखी हैं कि दिसंबर ख्0क्म् तक राजधानी में मेट्रो दौड़ा दी जाएगी। लेकिन मेट्रोमैन इससे इंकार कर रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि तीन साल से पहले यह संभव नहीं है। प्रदेश सरकार चाहती है कि अगले विधानसभा चुनाव के पहले लखनऊ वालों को मेट्रो का तोहफा मिल जाए।

जानबूझकर लेट करने का आरोप

प्रदेश के बाह्य सहयातित परियोजनाओं के सलाहकार मधुकर जेटली आरोप लगा चुके हैं कि प्रदेश सरकार ने चार महीने पहले ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली थी। इसके बाद भी पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड से अंतिम मंजूरी नहीं मिली है। जिसके चलते इसके लिए केंद्र से बजट भी नहीं मिल पाया है। इसके लिए केंद्र सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र भी लिखा गया है।

पार्किंग के लिए आज होगी बैठक

एसपी ट्रैफिक ज्ञान प्रकाश ने बताया कि सोमवार को इस संबध में मेट्रो सेल के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। रूट के हिसाब से पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चत कराई जाएगी। किसी भी कीमत पर पार्किंग बहाल कराई जाएगी। व्यापारियों को भी समझाया जा रहा है। जल्दी ही चालान किया जाएगा और गाडि़यों को क्रेन से उठाया जाएगा।