- स्पो‌र्ट्स कॉलेज के ध्यानचंद स्टेडियम में चाइल्ड लेबर का मामला

- कार्यक्रम में मौजूद थे राज्य मंत्री राम करण आर्या और सर्व कर रहा था एक बच्चा

LUCKNOW: छोटू, जरा एक चाय इधरछोटू उधर जो मंत्री जी के साथ है उन्हें भी चाय दे देनाउस साइड में कोचेज खड़े है उन्हें भी चाय देते आना। टीम को भी चाय पिला देना। छोटू सभी के आदेश का पालन करता जा रहा था। चाय वितरित करते समय कई लोगों ने उसे ना सिर्फ आंखें ही दिखाई बल्कि गालियां देने भी पीछे नहीं रहे। अपनी रुतबा उस बच्चे पर झाड़ते हुए उससे चाय मांग रहे थे। यह नजारा दिखाई पड़ा स्पो‌र्ट्स कॉलेज के ध्यानचंद स्टेडियम में। यहां पर हॉकी का फाइनल मुकाबला चल रहा था। मुकाबले का लुत्फ लेने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री राम करण आर्या खुद मौजूद थे। खेल विभाग के अलावा यहां पर पुलिस, रेलवे और आर्मी टीम के लोग भी मौजूद थे।

नियम हुआ तार-तार

हॉकी का यह टूर्नामेंट खेल विभाग की देखरेख में आयोजित किया गया था। यह वही खेल विभाग जहां कोचेज बच्चों को लाते है और उन्हें सिखाकर देश के लिए खेलने लायक बनाते हैं। यह सब उसी सरकार का हिस्सा जहां यह नियम बना हुआ है कि चाइल्ड लेबर को अपराध माना गया है। इसे रोकने की जिम्मेदारी सभी की है। लेकिन यहां पर एक बच्चा लोगों को चाय पिला रहा था। इस जगह पर सिर्फ खेल विभाग के ही नहीं रेलवे और आर्मी की टीम के लोग भी मौजूद रहे। लेकिन किसी का ध्यान इस तरफ नहीं गया।

दे रहे थे गाली

छोटू चाय लेकर एक तरफ बढ़ता तभी दूसरी तरफ से आवाज आती पहले इधर। अभी छोटू उस तरफ देख भी नहीं पाया था कि एक व्यक्ति ने उसे गालियां देकर पहले चाय लाने को कहा। कुछ अधिकारी उसकी हंसी उड़ाने से नहीं चूके। लेकिन छोटू सभी की बाते सुनता रहा और चाय पिलाता रहा। चाय पिलाकर वह चला गया। मैच के बाद जब मंत्री प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन हो गया और मंत्री जी से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने जानकारी होने से इंकार कर दिया।

मैच आधा खत्म हो चुका था, उस समय मैं कार्यक्रम में पहुंचा था। लेकिन वह बच्चा मुझे कहीं नहीं दिखा। फिर बाल श्रम रोकना मेरे साथ सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है।

राम करण आर्या

राज्य मंत्री खेलकूद