- सदर अस्पताल में डीएम ने किया नशामुक्ति केन्द्र का उदघाटन

- आधुनिक व्यवस्थाओं से सुसज्जित होगा नशा वाले मरीजों का वार्ड

- एसी के साथ मनोरंजन के लिए टेलीविजन की व्यवस्था रहेगी मौजूद

PATNA/ BUXAR : प्रदेश में एक अप्रैल से बंद हो रही शराब को लेकर शासन व प्रशासन पूरी तरह सजग है। शराब का सेवन नहीं करने पर होने वाली परेशानियों से नशेडि़यों को निजात दिलाने के लिए वहां'दरबार'(नशामुक्ति केन्द्र) को तैयार कर दिया गया है। जिलाधिकारी रमण कुमार ने बुधवार को फीता काटकर इसका उदघाटन किया। हालांकि, ख्ब् घंटे के भीतर इसकी कमियों को दूर करने का भी उन्होंने निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने बताया कि उक्त वार्ड में नशा न मिलने की स्थिति में उसके लिए बेचैन रहने वाले लोगों को भर्ती किया जाएगा और उनका इलाज किया जाएगा। नशा वाले मरीजों का यह वार्ड आधुनिक व्यवस्थाओं से पूरी तरह लैस रहेगा। यहां मरीजों के मनोरंजन के लिए टीवी की व्यवस्था रहेगी तो उन्हें एसी का भी मजा मिलेगा। हालांकि, मरीज या कोई और वहां किसी प्रकार की गलत हरकत न करे इसके लिए सीसी कैमरे भी लगे रहेंगे। नशामुक्ति केन्द्र में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य प्रशिक्षक विजय कुमार पांडेय ने बताया कि दस बेड के दो बार्ड बनाए गये हैं। एक चार बेड का महिलाओं के लिए तथा दूसरा छह बेड का पुरुषों के लिए वार्ड बनाया गया है। बताया जाता है कि नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती मरीजों के दवा व खाने की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन की तरफ से ही किया जाएगा।

डॉक्टरी सलाह पर मिलेगी अनुमति

यही नहीं बताया जाता है कि वहां भर्ती किसी व्यक्ति को अगर अल्कोहल की नितांत ही आवश्यकता महसूस हो और चिकित्सक इसकी आवश्यकता जताएं तो उन्हें लिमिटेड मात्रा में उसे लेने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, सीएस ने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है। वैसे सरकार का जो प्रावधान होगा, उसको पूरा किया जाएगा। विभागीय सूत्रों ने बताया कि उक्त वार्ड का उदघाटन तो हो गया लेकिन अभी भी वहां सभी व्यवस्थाओं को उपलब्ध नहीं कराया गया है। मसलन, अभी तक जहां एसी की व्यवस्था नहीं की गयी है। वहीं, सीसी कैमरे भी नहीं लगाए गये हैं। टीवी तो लग गयी है लेकिन, उस पर प्रसारण अभी चालू नहीं हुआ है। बताया जाता है कि जिलाधिकारी ने ठेकेदार को इन चीजों को ख्ब् घंटे के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया। डीएम का कहना था कि एक अप्रैल से व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। मौके पर डीएम व सीएस के अलावा डीएस डा.के एन गुप्ता समेत अन्य चिकित्सक व कर्मचारी मौजूद थे।