मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में गंदगी और अव्यवस्थाओं की भरमार

7 सफाई कर्मचारी ड्यूटी से मिले नदारद

सफाई कर्मचारियों को नगरायुक्त ने जारी की चेतावनी

Meerut. ईद पर नगर निगम की सफाई के दावे की पोल खुल गई. दरअसल, सुबह 4 बजे से निगम की टीम और आला अधिकारी शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर साफ-सफाई की व्यवस्था बनाने के लिए अलर्ट हो गए थे. शाही मस्जिद से लेकर सभी अन्य मस्जिद पर सुबह साफ-सफाई के बाद चूना डाल दिया गया, लेकिन दोपहर तक स्थिति रोजाना की तरह बदतर हो गई. निगम ने ईद पर दिनभर सफाई कराए जाने के जो दावे किए थे वह पूरे नहीं हो सके. इस दौरान शाही मस्जिद पर ईद की बधाई देने के लिए नगरायुक्त मनोज चौहान मौजूद भी रहे.

मस्जिदों तक सीमित साफ-सफाई

निगम की टीम ने ईद के दो दिन पहले से मुस्लिम बहुल इलाकों समेत सभी मस्जिदों पर साफ-सफाई की व्यवस्था संभाली हुई थी. बावजूद इसके नालियों के किनारे लगा कूड़ा का ढेर नहीं हटाया गया. केवल झाडू लगाने के बाद और चूना बिछाकर खानापूर्ति कर दी गई. हालांकि प्रमुख सड़कों पर निगम की सफाई का काफी असर दिखा लेकिन यह व्यवस्था पूरे दिन कायम न रह सकी. इमलियाना मस्जिद, लाल मस्जिद, मदीना मस्जिद, गोला कुआं की मस्जिद आदि मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई की व्यवस्था दिखाई दी लेकिन नालियों का कूड़ा भी जगह-जगह बिखरा दिखा.

सफाई कर्मचारी को चेतावनी

साफ-सफाई में लापरवाही बरतने वाले करीब सात सफाई कर्मचारियों को नगरायुक्त ने चेतावनी जारी करते हुए कार्य में सुधार के लिए समय दिया है. दरअसल, जिन सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी ईद के दौरान साफ-सफाई के लिए लगाई गई थी वे कर्मचारी अपनी ड्यूटी से ही नदारद मिले.