धरने पर बैठे

महंगाई के मुद्दे पर हंगामे के दौरान टीएमसी और बीजेपी के सांसदों के बीच मंगलवार को भिड़त हो गई. रेलवे बजट पेश होने के बाद ये घटना हुई जिसमें दोनों ही ओर से एक-दूसरे पर आरोप लगाए गए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान इन सांसदों ने सारी मर्यादाओं को भूलते हुए ना सिर्फ एक दूसरे को गालियां दी बल्कि बल्कि नौबत हाथापाई तक की आ गई. वहीं संसद में सभी इस दृश्य को देखकर दंग रह गए. स्थिति बिगड़ते देख मार्शलों को बुलाकर सांसदों को संसद परिसर से बाहर करना पड़ा. इस शर्मनाक घटनाक्रम पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने रिपोर्ट मांगी है. लेकिन ये लड़ाई संसद के अंदर ही नहीं बाहर भी नजर आई. जब सांसद एक-दूसरे पर खुलेआम आरोप लगाते नजर आए. वहीं इस घटना के विरोध में तृणमूल के सांसद संसद भवन में ही गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए.

हमला किया और धमकाया

तृणमूल की महिला सांसदों ने बीजेपी सांसदों पर उनके साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है. टीएमसी की सांसद काकोली घोष ने बीजेपी के दो सांसदों पर उनके साथ संसद के अंदर बदसलूकी करने का आरोप लगाया. वहीं तृणमूल की दूसरी महिला सांसद शताब्दी रॉय ने कहा कि हम लोकसभा में शांति से विरोध कर रहे थे, तभी दो बीजेपी सांसद ने हम पर हमला किया और धमकाया. उन्होंने कहा कि उन्हें शक है कि ये सांसद नशे में थे. वहीं, बीजेपी के सांसदों ने टीएमसी के सांसदों के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. बीजेपी सांसदों ने दावा किया कि संसद के अंदर झगड़े की शुरुआत टीएमसी के सांसदों ने की. बीजेपी ने कहा कि टीएमसी सांसदों के साथ किसी तरह की हाथापाई नहीं हुई है. बीजेपी के सांसद जगदंबिका पाल ने इसे टीएमसी का ड्रामा करार दिया.

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