AGRA (4 Nov.): कुआंखेड़ा में बुधवार सुबह चुनाव में हार-जीत पर छींटाकशी को लेकर कुशल और गनेश यादव के समर्थक आमने-सामने आ गए। कहासुनी से शुरू हुए विवाद ने कुछ ही देर में पथराव का रूप ले लिया। दोनों ओर से असलाह निकल आए। जमकर फायरिंग हुई। एसपी सिटी, सीओ सदर, इंस्पेक्टर ताजगंज समेत कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। दोनों पक्षों से पांच लोग घायल हुए हैं, पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में ले लिया।

दोनों हैं पड़ोसी

सपा नेता राजपाल यादव के गांव कुआंखेड़ा में सुबह साढ़े आठ बजे गनेश यादव के समर्थक धर्मपाल यादव और राजपाल के समर्थक बंटी यादव में हार-जीत के आंकड़े को लेकर बहस हो गई। दोनों पड़ोसी भी हैं। धर्मपाल ने राजपाल की पत्नी कुशल के विजयी घोषित करने को लेकर कमेंट किया। इस पर बंटी यादव ने गाली-गलौज कर दी। इस पर दोनों में हाथापाई हो गई। इसी बीच धर्मपाल का बेटा तरुण, राहुल, राजेन्द्र आदि आ गए। उन्होंने बंटी को पकड़ लिया। इस पर बंटी पक्ष के भूरी, तेजपाल आदि आ गए। दोनों ओर से पथराव शुरु हो गया। देखते ही-देखते दोनों पक्षों के लोग छतों पर चढ़ गए, ईट-पत्थर फिंकने लगे।

इस दौरान कुछ लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग और पथराव में पांच लोग घायल हो गए। इसमें दो युवतियां भी हैं। बवाल की सूचना पर एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह कई थानों के फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।

दोनों ओर से दर्ज हुआ मुकदमा

बवाल के बाद दोनों पक्षों से मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें एक पक्ष से बंटी वादी है, जिसने 7 लोगों के खिलाफ और दूसरे वादी राजेन्द्र की ओर से 10 लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट, जान से मारने का प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने दोनों ओर से चार लोगों को जेल भेज दिया है। इस बारे में इंस्पेक्टर ताजगंज अरुण कुमार ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

घायलों को एसएन भेजा

पथराव फायरिंग में घायल हुए रेखा, प्रीति, भूरी सभी बंटी पक्ष से और धर्मपाल के पक्ष से राहुल राजेन्द्र घायल हुए हैं.सभी को उपचार के लिए एसएन में भर्ती करवाया है। बरौली अहीर के कई गांवों में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। पुलिस ने तनावपूर्ण हालात को देखते हुए कुआखेड़ा, महुआखेड़ा, बुढाना, बरौली अहीर में पुलिस तैनात कर दी है।

पहले से थी आशंका

जिला पंचायत चुनाव के चर्चित वार्ड 10 से मंगलवार को री-काउंटिग के बाद कुशल यादव पत्नी राजपाल यादव को विजयी घोषित किया गया था। इसे लेकर पुलिस को पहले ही आशंका थी कि दो वोटों से हार देखने वाले गणेश यादव और कुशल समर्थकों में झड़प हो सकती है। एहतियातन तनावपूर्ण हालात को देखते हुए दोनों नेताओं के प्रभाव वाले क्षेत्र में फोर्स तैनात कर दी गई थी। बावजूद इसके प्रत्याशी के समर्थकों में हिंसक झड़प हो गई, जिससे पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरे में है।