- मस्जिद के इमाम के चयन को लेकर होनी थी वोटिंग

- पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक आरोपी लिए हिरासत में

आगरा। थाना रकाबगंज क्षेत्र के ईदगाह कटघर स्थित सराय रूस्तम खां में इमाम को लेकर विवाद हो गया। एक पक्ष इमाम को हटाने पर अड़ा था, जबकि दूसरा इसका विरोध कर रहा था। इसको लेकर हो रही बैठक में दोनों पक्ष भिड़ गए। कहासुनी के बाद मारपीट शुरू हो गई। लोगों ने छतों पर मोर्चा संभाल लिया। देखते ही देखते पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। सीओ सदर असीम चौधरी ने कई टू-व्हीलर वाहनों के साथ आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया।

देवबंदी और बरेलवी के बीच चल रहा है विवाद

देवबंदी और बरेलवी में सराय रुस्तम खां में मस्जिद के इमाम को लेकर विवाद चल रहा है। रविवार को सुबह 11 बजे मस्जिद में इमाम को लेकर मीटिंग बुलाई गई। इसमें धौलपुर, बाड़ी राजस्थान के अलावा आसपास के मौलवी व अन्य लोग जमा हुए। इसमें अनवर, कुर्बान आदि ने मस्जिद के इमाम पर नमाज के बाद सलाम न पढ़ने का आरोप लगाते हुए अशरफ को इमाम के पद से हटाने की बात रखी। इस पर इमाम के पक्ष के लोगों का कहना था कि उन्होंने सलाम पढ़ने से किसी को नहीं रोका है।

दूसरा पक्ष चाहता है हटाना

बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी इमाम अशरफ पिछले 20 वर्षो से मय परिवार के मस्जिद में रह रहे हैं। बस्ती के लोग उन्हें इमाम के पद से हटाने के पक्ष में नहीं हैं। चूंकि अनवर बरेलवी है। अनवर पक्ष उनको इमाम के पद से हटाना चाहता है। बाद में मीटिंग में इमाम की गद्दी को लेकर वोटिंग की बात तय हुई। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो अनवर टायर वाले अपने किसी नजदीकी को इमाम की गद्दी देना चाहते हैं। लोगों का कहना था कि एक महीने पहले इमाम चले गए थे, उसी दौरान अनवर ने दरगाह में जलसा करा दिया। अनवर का कहना था कि इमाम जान-बूझकर जलसे में शामिल नहीं हुए।

जमकर किया पथराव

मीटिंग में लोगों ने इमाम की गद्दी के लिए वोटिंग कराने की बात कही। इसमें जिसको भी ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे ही मस्जिद का इमाम घोषित कर दिया जाएगा। इसी बात को लेकर अनवर पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए। गाली-गलौज करते हुए पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान घरों की छत से जमकर बोतलें भी फेंकी गई। इसमें गुडि़या पत्नी इम्तियाज, अकील पुत्र भूरे खां समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए।

यहां से नहीं हटने देंगे

बस्ती के लोगों ने बताया कि दरगाह के हाफिज साहब (इमाम) पिछले 20 वर्षो से परिवार समेत रह रहे हैं। वे दरगाह में मदरसा भी चलाते हैं। उनका व्यवहार लोगों के प्रति बहुत अच्छा है। हम उन्हें यहां से नहीं हटने देंगे। उन्होंने किसी को सलाम पढ़ने से नहीं रोका है। अनवर अपने पक्ष के व्यक्ति को दरगाह में रखना चाहता है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। थाना रकाबगंज इंस्पेक्टर निर्मल सिंह के अनुसार मामले में इमाम अशरफ की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा।