- करीब तीन घंटे तक चला बवाल, पुलिस ने हिरासत में लिए कई उपद्रवी

- पुलिस पर हमलावर थी भीड़, थाने में घुस पुलिसकर्मियों ने बचाई जान

फीरोजाबाद। गुरुवार सुबह दवा लेने जा रहे कक्षा दो के छात्र को स्कूली बस ने रौंद दिया। थाना से महज 20 कदम दूर हादसा स्थल पर पुलिस पहुंच गई। छात्र की मां ने शव को सड़क पर रख जाम लगाने का प्रयास किया तो पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जबरन पोस्टमार्टम को भिजवा दिया। थोड़ी देर में बड़ी संख्या में ग्रामीण व परिजन एकत्रित हो गए और पुलिस के खिलाफ गुस्सा पैदा हो गया। थाने पर एकत्रित हुई भीड़ ने नोक-झोंक के साथ पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, तो भीड़ हमलावर हो गई। पुलिसकर्मियों को थाने में छिपकर जान बचानी पड़ी। इस दौरान कुछ लोगों ने थाने में आगजनी का प्रयास भी किया। बवाल की सूचना पर कई थानों का फोर्स पहुंचा तो पुलिस ने फाय¨रग करते हुए आंसू गैस छोड़ी। फिर लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ हालात नियंत्रित किए। पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन उपद्रवी हिरासत में लिए हैं। पथराव में तीन लोग घायल हुए हैं।

थाना नगला खंगर क्षेत्र अंतर्गत गांव मड़वा निवासी शेरसिंह का आठ वर्षीय पुत्र उमाकांत गुरुवार सुबह करीब दस बजे अपनी मां मीना देवी के साथ नगला खंगर डॉ। राजवीर के यहां दवा लेने जा रहे थे। थाना से महज बीस कदम दूर पहुंचे ही थे कि मानधाता एकेडमी स्कूल की बस ने मासूम को रौंद दिया। मौत होने के बाद मां ने शव को सड़क पर रखते हुए जाम लगाने का प्रयास किया। थाना पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मीनादेवी के साथ भी धक्का मुक्की कर दी। बताया जाता है कि धक्का मुक्की के दौरान ही पुलिस का एक डंडा मीना देवी के लग गया। सूचना मिलते ही थोड़ी देर में बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर आ गए। पुलिस द्वारा शव को जबरन पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजने पर ग्रामीण भड़क गए। इसे लेकर ग्रामीणों की पुलिस से झड़पें होने लगीं। पुलिस ने समझाया, लेकिन भीड़ नहीं मानी और पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद भीड़ पुलिस पर हमलावर हो गई और थाने पर हमला बोल दिया। थाने पर भी जबर्दस्त पथराव किया, जिससे वहां खड़ी स्कूली बस, पुलिस जीप और ऑटो आदि क्षतिग्रस्त हो गए। भीड़ का गुस्सा देख पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए और वे जान बचाकर थाने में कैद हो गए। भीड़ में शामिल कुछ लोगों थाना परिसर में खड़े वाहनों में आग लगाने का प्रयास किया। तब तक शिकोहाबाद, सिरसागंज नसीरपुर समेत कई थानों का फोर्स और दंगा नियंत्रण वाहन नगला खंगर थाने पर पहुंच गया। तब पुलिस ने हवाई फाय¨रग करने के साथ ही आंसू गैस के गोले दागे। फिर भीड़ तितर बितर हुई तो लाठीचार्ज करते हुए उसे खदेड़ दिया। पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन ग्रामीण हिरासत में लिए हैं। थाने पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया है। पथराव और लाठीचार्ज में तीन लोग घायल हुए हैं। इस संबंध में एएसपी देहात अमर सिंह यादव का कहना है कि हादसे के बाद गलतफहमी के कारण जनता में आक्रोश पैदा हो गया था। भीड़ ने थाने पर पहुंचकर हंगामा किया है। कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव करते हुए थाने में रखे वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।