खाकी हुई 'लाल' गुस्साई भीड़ ने थानेदार को पीट-पीट कर मार डाला
एक एक्सीडेंट से सुलगी आग
मंगलवार को शाम के अघ्र्य से कुछ घंटे पहले लालगंज के अगरपुर गांव में जीए हाई स्कूल के पास मैजिक गाड़ी के धक्के से 65 वर्षीय राजेंद्र चौधरी और उनकी एक वर्ष की पोती माया कुमारी की मौत हो गई। जबकि इसी एक्सीडेंट की शिकार जहानाबाद गांव की रहने वाली बसंता और लखिया देवी घायल हो गई। परिजनों और इलाके के लोगों ने ड्राइवर को बंधक बना लिया। ड्राइवर के फैमिली वाले 15-20 लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई और फिर बंधक ड्राइवर को छुड़ाकर अपने साथ चले गए। शाम में अघ्र्य देने के बाद जैसे ही ये बात लोगों तक पहुंची, आक्रोशित लोगों ने ड्राइवर के घर को आग के हवाले कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही लालगंज थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वैशाली एसपी राकेश कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। रात लगभग नौ बजे के करीब आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया.
फिर हुआ बवाल और बहा खून
बुधवार को घायल लखिया देवी की मौत ने एक बार फिर इलाके में तनाव फैला दिया। लोग आक्रोशित हो गए। जहां-तहां रोड पर उतर आए और तोडफ़ोड़ करने लगे। बेलसर ओपी के एसएचओ अजीत कुमार समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले को शांत करने के लिए हवाई फायरिंग की। बताया जा रहा है कि फायरिंग में दो बच्चे घायल हो गए और उसके बाद जनता का आक्रोश पुलिस पर टूट पड़ा। अजीत को लोगों ने इतना पीटा कि वे अधमरे हो गए। करीब आधे घंटे से अधिक समय तक वे जमीन पर पड़े छटपटाते रहे। इसी बीच एक होटल के संचालक रवि साह ने हिम्मत जुटाई। ठेले पर उन्हें लादकर आक्रोशित भीड़ के बीच वह आगे बढ़ा। कुछ दूर आगे बढऩे के बाद थाने के पास पुलिस जीप पर लादकर उन्हें डॉक्टर सियाराम के निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया। पीएमसीएच रेफर किया गया। पीएमसीएच ले जाने क्रम में उनकी मौत हो गई। अगर समय से उनका इलाज शुरू होता तो शायद जान बच सकती थी.
2 आईजी को जांच का जिम्मा
लालगंज के हालात पर बुधवार की दोपहर सीएम नीतीश कुमार ने चीफ सेक्रेटरी अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर व दूसरे आला अधिकारियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की। मीटिंग के दौरान सीएम ने पूरे मामले की हाई लेवल इंक्वायरी का निर्देश दिया। इंक्वायरी का जिम्मा आइजी (हेडक्वार्टर) सुनील कुमार और आइजी (जेल) प्रेम सिंह मीणा को संयुक्त रूप से दिया गया है.
लालगंज की घटना को सड़क हादसे में दो लोगों की मौत के बाद अंजाम दिया गया है। पुलिस की ओर से हालात के बेकाबू होने के बाद आत्मरक्षार्थ फायङ्क्षरग की गई है। गोली लगने से बच्चे जख्मी हुए हैं। फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता कि किसकी गोली से बच्चे जख्मी हुए हैं। किस तरह के बुलेट दोनो बच्चों को लगे हैं। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अधिकारिक तौर पर कुछ कहने की स्थिति में होंगे.
मंगलवार को शाम के अघ्र्य से कुछ घंटे पहले लालगंज के अगरपुर गांव में जीए हाई स्कूल के पास मैजिक गाड़ी के धक्के से 65 वर्षीय राजेंद्र चौधरी और उनकी एक वर्ष की पोती माया कुमारी की मौत हो गई। जबकि इसी एक्सीडेंट की शिकार जहानाबाद गांव की रहने वाली बसंता और लखिया देवी घायल हो गई। परिजनों और इलाके के लोगों ने ड्राइवर को बंधक बना लिया। ड्राइवर के फैमिली वाले 15-20 लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई और फिर बंधक ड्राइवर को छुड़ाकर अपने साथ चले गए। शाम में अघ्र्य देने के बाद जैसे ही ये बात लोगों तक पहुंची, आक्रोशित लोगों ने ड्राइवर के घर को आग के हवाले कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही लालगंज थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वैशाली एसपी राकेश कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। रात लगभग नौ बजे के करीब आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया.
बुधवार को घायल लखिया देवी की मौत ने एक बार फिर इलाके में तनाव फैला दिया। लोग आक्रोशित हो गए। जहां-तहां रोड पर उतर आए और तोडफ़ोड़ करने लगे। बेलसर ओपी के एसएचओ अजीत कुमार समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले को शांत करने के लिए हवाई फायरिंग की। बताया जा रहा है कि फायरिंग में दो बच्चे घायल हो गए और उसके बाद जनता का आक्रोश पुलिस पर टूट पड़ा। अजीत को लोगों ने इतना पीटा कि वे अधमरे हो गए। करीब आधे घंटे से अधिक समय तक वे जमीन पर पड़े छटपटाते रहे। इसी बीच एक होटल के संचालक रवि साह ने हिम्मत जुटाई। ठेले पर उन्हें लादकर आक्रोशित भीड़ के बीच वह आगे बढ़ा। कुछ दूर आगे बढऩे के बाद थाने के पास पुलिस जीप पर लादकर उन्हें डॉक्टर सियाराम के निजी नर्सिंग होम में ले जाया गया। पीएमसीएच रेफर किया गया। पीएमसीएच ले जाने क्रम में उनकी मौत हो गई। अगर समय से उनका इलाज शुरू होता तो शायद जान बच सकती थी.
लालगंज के हालात पर बुधवार की दोपहर सीएम नीतीश कुमार ने चीफ सेक्रेटरी अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर व दूसरे आला अधिकारियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की। मीटिंग के दौरान सीएम ने पूरे मामले की हाई लेवल इंक्वायरी का निर्देश दिया। इंक्वायरी का जिम्मा आइजी (हेडक्वार्टर) सुनील कुमार और आइजी (जेल) प्रेम सिंह मीणा को संयुक्त रूप से दिया गया है।
लालगंज की घटना को सड़क हादसे में दो लोगों की मौत के बाद अंजाम दिया गया है। पुलिस की ओर से हालात के बेकाबू होने के बाद आत्मरक्षार्थ फायङ्क्षरग की गई है। गोली लगने से बच्चे जख्मी हुए हैं। फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता कि किसकी गोली से बच्चे जख्मी हुए हैं। किस तरह के बुलेट दोनो बच्चों को लगे हैं। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अधिकारिक तौर पर कुछ कहने की स्थिति में होंगे.
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