- 56 लाख रुपए की काम को लेकर हुआ दोनों में विवाद

- एक घंटे तक नगर निगम में रही अफरा-तफरी

GORAKHPUR: नगर निगम में टेंडर ही बवाल का कारण बनता है। ऐसा ही कुछ सैटर्डे को हुआ। एक दिन पहले पड़ा टेंडर नगर निगम में विवाद का कारण बन गया। नगर निगम में भ्म् लाख रुपए की एक सड़क के टेंडर को लेकर पूर्व पार्षद चंद्रशेखर सिंह और ठेकेदार सीएस पांडेय के बीच मारपीट की नौबत आ गई। हालांकि दोनों टेंडर के लिए मारपीट की बात को अस्वीकार कर रहे हैं।

तीन बार पड़ चुका था टेंडर

नगर निगम के निर्माण विभाग की मानें तो असुरन चौक से पादरी बाजार तक की रोड नगर निगम की है। इस रोड के निर्माण के लिए तीन बार टेंडर निकल चुका है। 7 फरवरी को कलेक्ट्री कचहरी में इस काम टेंडर था। किसी ने चंद्रशेखर सिंह को सूचना दे दी कि सीएस पांडेय ने इस काम का टेंडर खरीदा है। इस बात की सूचना मिलते ही चंद्रशेखर सिंह नगर निगम पहुंचे। उस समय सीएस पांडेय लेखा परीक्षक इसरार अंबिया अंसारी के पास थे। चंद्रशेखर सिंह ने उनको बुलाया और बात करने लगे। इस दौरान दोनों के बीच बहस होने लगी। नगर निगम सोर्सेज की मानें तो कुछ देर बाद दोनों में मारपीट भी होने लगी।

नगर निगम परिसर में इस तरह गतिविधियां हो रही है। यह अच्छा नहीं है। इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर जानकारी दी जाएगी और नगर निगम परिसर में और पुलिस फोर्स की मांग की जाएगी।

राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त

नगर निगम में एक अफसर के पास यह ठेकेदार बैठे थे और पार्षदों के बारे में अपशब्द कह रहे थे। जिस पर हमने मना किया तो हमसे भी उलझ गए। इसीको लेकर विवाद बढ़ गया। हमने ठेकेदार को धक्का देकर बाहर करते हुए कहा कि नगर निगम परिसर के अंदर ऐसी बात नहीं होनी चाहिए।

चंद्रशेखर सिंह, पूर्व पार्षद

कुछ लोग आए थे और मुझसे टेंडर के बारे में पूछने लगे। उन लोगों ने पूछा कि कौन-कौन सा टेंडर खरीदा है। उन लोगों ने कहा कि टेंडर का रेट सही डालिए। बिलो नहीं होना चाहिए और कोई बात नहीं हुई।

सीएस पांडेय, ठेकेदार