- पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को नहीं मिल पा रहा है मौका, सिंपोजियम, इलेक्शन के बाद एग्जामिनेशन की टेंशन

- यूनिवर्सिटी में शुरू हो चुका है सेमिनार का दौर, वहीं प्रशासन के कब्जे में पहले से है दीक्षा भवन

- 15 मार्च से यूनिवर्सिटी के एग्जाम भी हैं प्रस्तावित

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को पढ़ाई का मौका नहीं मिल पा रहा है। छह महीने से इलेक्शन और दूसरे आयोजनों से परेशान स्टूडेंट्स के सामने फिर परेशानी खड़ी हो गई है। अब यूनिवर्सिटी में सिंपोजियम, वर्कशॉप का दौर शुरू हो चुका है। वहीं इलेक्शन के लिए प्रशासन ने अभी से यूनिवर्सिटी को हायर कर लिया है, जिससे एक बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद यूनिवर्सिटी के एनुअल एग्जाम शुरू हो जाएंगे, जिससे स्टूडेंट्स की टेंशन और बढ़ गई है।

सेमिनार का दौर शुरू

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में यूजीसी से स्पांसर्ड सेमिनार का दौर शुरू हो चुका है। शिक्षा शास्त्र और केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में सेमिनार चल रहे हैं, जबकि जूलॉजी, सोश्योलॉजी के साथ ही मैथ्स और दूसरे कई डिपार्टमेंट्स में भी सेमिनार का दौर शुरू होना है। जिन डिपार्टमेंट्स के सेमिनार हैं, वहां के स्टूडेंट्स इसमें शामिल होते हैं, जिससे इससे स्टूडेंट्स की पढ़ाई डिस्टर्ब हाेना तय है।

इलेक्शन से भी बढ़ेगी परेशानी

सेमिनार को दौर थोड़ा हलका होगा, तो इसके बाद इलेक्शन की बयार बहने लगेगी। गोरखपुर में लोकसभा उपचुनाव 11 मार्च को होना है। इसके लिए यूनिवर्सिटी में ईवीएम के साथ ही पोलिंग एजेंट्स और दूसरे जिम्मेदारों की ट्रेनिंग का दौर शुरू हो जाएगा। इसके बाद इलेक्शन के एक दिन पहले से पोलिंग पार्टीज को रवाना करने के लिए बस और दूसरी गाडि़यों का डेरा भी यूनिवर्सिटी में लग जाएगा, जिससे भी स्टूडेंट्स की पढ़ाई डिस्टर्ब होगी।

15 मार्च से एग्जाम हैं प्रपोज्ड

गोरखपुर यूनिवर्सिटी में इलेक्शन से पहले तक सिंपोजियम का दौरान चलेगा। इलेक्शन बीतने के फौरन बाद ही स्टूडेंट्स को एग्जाम देना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए कि यूनिवर्सिटी ने 15 मार्च से अपने एग्जाम प्रपोज्ड हैं, ऐसी कंडीशन में स्टूडेंट्स को बिना पढ़े ही एग्जाम में शामिल होना पड़ेगी। अब स्टूडेंट्स के सामने कोई ऑप्शन अगर बचा है, तो वह है सेल्फ स्टडी, अगर ऐसा नहीं किया गया, तो स्टूडेंट्स का साल बर्बाद होने के पूरे चांसेज हैं।

यूनिवर्सिटी में पिछले छह माह से सिर्फ कार्यक्रम चल रहे हैं। स्टूडेंट्स की पढ़ाई को लेकर एडमिनिस्ट्रेशन बिल्कुल सीरियस नहीं है। आए दिन होने वाले प्रोग्राम्स से क्लासेस सफर करती हैं।

- राजन

स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए आता है, लेकिन यहां पढ़ाई छोड़कर बाकी सबकुछ होता है। एडमिनिस्ट्रेशन को चाहिए कि पहले वह पढ़ाई पर फोकस करें और ऐसे आयोजनों से बचें।

- सलीम