हर पार्ट क्वालिफाई करना जरूरी

एनएलयू रांची के डीन आलोक कुमार गुप्ता बताते हैं कि क्लैट में एक वीक का ही समय बचा है। ऐसे में स्टूडेंट्स को कुछ नया पढऩे की बजाय पढ़े हुए सिलेबस को ही रिवाइज करनी चाहिए। इसके अलावे प्लानिंग के साथ प्रिपरेशन को अंतिम टच दें। क्लैट का जो पैटर्न है, उसमें क्वेश्चन पेपर चार सेक्शन में डिवाइड रहता है। फस्र्ट पार्ट में मैथ्स एंड रीजनिंग, सेकेंड पार्ट में लीगल एप्टीट्यूड, थर्ड में जेनरल नॉलेज एंड करेंट अफेयर्स और फोर्थ पार्ट में जेनरल इंग्लिश के क्वेश्चंस रहेंगे। स्टूडेंट्स के लिए हर पार्ट में अलग-अलग क्वालिफाई करना जरूरी होगा। इसके बाद क्वालिफाई करनेवाले स्टूडेंट्स के चारों सेक्शन में स्कोर की बेसिस पर मेरिट लिस्ट तैयार किया जाएगा।

पेपर्स की करें रेगुलर प्रैक्टिस
आलोक कुमार गुप्ता बताते हैं कि स्टूडेंट्स को क्वेश्चंस पेपर्स अथवा सैैंपल पेपर्स सॉल्व करना चाहिए, इससे एग्जाम के दौरान होनेवाले माइनर मिस्टेक से बचा जा सकता है। इसके अलावे क्वेश्चंस के पैटर्न को भी लेकर कंफ्यूजन भी दूर होता है। डीन बताते हैैं स्टूडेंट्स के साथ अक्सर होता है कि जो पार्ट स्ट्रांग होता है, उसकी प्रिपरेशन में थोड़ी ढिलाई बरतते हैैं और कमजोर सेक्शन की तैयारी पर ज्यादा जोर देते हैैं, लेकिन प्रिपरेशन का यह ट्रेंड सही नहीं है। स्टूडेंट्स को चाहिए कि वह सेक्शन की बैलेंस तैयारी करे, क्योंकि स्ट्रांग सेक्शन की प्रिपरेशन में बरती गई लापरवाही से एग्जाम में वह पेपर खराब चला जाता है। ऐसे में आपके फाइनल रिजल्ट पर असर पड़ सकता है।

दो सौ माक्र्स के होंगे एग्जाम्स
12 मई को ऑल इंडिया बेसिस पर होनेवाले क्लैट के लिए रांची में भी सेंटर बनाया गया है.  एंट्रेंस टेस्ट दो घंटे का होगा, जो दोपहर तीन से पांच बजे तक लिया जाएगा। टोटल दो माक्र्स के होनेवाले क्लैट में जेनरल इंग्लिश, जेनरल नॉलेज एंड करेंट अफेयर्स, मैथ्स
एंड रीजनिंग और लीगल एप्टीट्यूड के क्वेश्चंस पूछे जाएंगे।