- डॉक्यूमेंटेशन और फील्ड सर्वे के बाद जगी संभावना

- शनिवार को टीम ने घैला-शिवरी प्लांट देखा, फोटो खींची

LUCKNOWस्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की परीक्षा लगभग खत्म होने को है। एक तरफ जहां डॉक्यूमेंटेशन का काम पूरा हो चुका है, वहीं संडे दोपहर तक फील्ड सर्वे का काम भी पूरा हो जाएगा। अभी तक की स्थिति को देखकर निगम अधिकारियों की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार शहर टॉप 50 में जरूर आएगा। निगम अधिकारियों का यह भी दावा है कि रैंकिंग के आंकड़ों में और भी सुधार हो सकता है, मतलब शहर टॉप 30 में भी आ सकता है। हालांकि सही तस्वीर तो सर्वेक्षण के रिजल्ट से ही सामने आएगी।

घैला-शिवरी गई टीम

जानकारी के अनुसार, केंद्र की टीम ने शनिवार को कई जोन का निरीक्षण किया। टीम ने प्रमुख रूप से घैला और शिवरी प्लांट का निरीक्षण किया। यहां टीम ने देखा कि किस तरह से कचरा आता है और उसका निस्तारण कैसे होता है। इसके साथ ही टीम ने घैला में डंप कचरे के बारे में भी जानकारी की।

जोन में जाकर देखी सफाई

शनिवार को टीम ने कई जोन में जाकर एक बार फिर से सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और लोगों से सफाई को लेकर सवाल पूछे। टीम ने सामुदायिक और सार्वजनिक टॉयलेट की भी स्थिति देखी और उनकी फोटो खींचकर केंद्र को भेजी।

पिछली बार 269वीं रैंक

स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में शहर की रैंकिंग 269 थी। जिसकी वजह से निगम अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे। पिछले सर्वेक्षण से सबक लेते हुए इस बार निगम अधिकारियों ने काफी पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। हालांकि सर्वेक्षण की परीक्षा शुरू होने के बाद भी कई बिंदुओं पर निगम की तैयारियां अधूरी रह गई थीं।

बाक्स

आज दोपहर तक सर्वे

स्वच्छता सर्वेक्षण के अंतर्गत आई केंद्र की टीम को पहले 10 मार्च तक फील्ड का सर्वे पूरा करना था। हालांकि यह सर्वे संडे दोपहर तक चलेगा। जिसके बाद केंद्र की टीम लौट जाएगी। इसके बाद इंतजार शुरू होगा रैंकिंग का।

वर्जन

स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर हमारी ओर से पहले ही डॉक्यूमेंटेशन और फील्ड पर तैयारियां पूरी कर ली गई थी। जिससे संभावना है कि इस बार शहर का स्थान टॉप 50 के अंदर जरूर होगा।

पीके श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त