बारिश से सर्वेक्षण से पहले एक बार फिर बजबजाया पूरा शहर

15 फरवरी को इलाहाबाद आ रही है स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम

सीवर लाइन बिछाने के साथ कुंभ मेला के कार्यो से शहर अस्त-व्यस्त

ALLAHABAD: 15 फरवरी से शुरू होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण से ठीक दो दिन पहले बारिश से पूरे शहर में सफाई-व्यवस्था की ऐसी तैसी हो गई है। ऐसे में देश के चार हजार शहरों में हो रहे स्वच्छ सर्वेक्षण में इस बार भी इलाहाबाद के फेल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। क्योंकि कुंभ मेला को लेकर चल रहे तैयारी-वर्क के साथ ही सीवर लाइन बिछाने के आधे-अधूरे वर्क ने शहर का नक्शा पहले से बिगाड़ रखा है। ऐसे में बारिश ने किए कराए पर भी पानी फेर दिया है।

बारिश ने की प्लानिंग फेल

सोमवार की रात हुई बारिश के बाद सीवर लाइन बिछाने व सड़क चौड़ीकरण के लिए जगह-जगह हो रही खुदाई से पूरा शहर धूल-धूल हो गया था। अचानक सोमवार को हुई बारिश ने उसे गंदगी व कीचड़ में तब्दील कर दिया। अब 15 फरवरी से तीन दिवसीय स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू होना है। इस हालात में नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन को एक बार फिर पूरी ताकत झोंकनी होगी, लेकिन इसके बाद भी कितना नंबर मिलेगा, इसे लेकर ऊहापोह की स्थिति है।

हर गली कीचड़ से सराबोर

शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले कई दिनों से ताकत झोंक रखी है। अभियान चला कर लोगों को अवेयर किया जा रहा है। इसके बाद भी शहर साफ नहीं हो पा रहा। क्योंकि पूरे शहर में जगह-जगह सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है। अभी तक जिन सड़कों पर धूल ही धूल दिखाई देता था, मंगलवार को वहां कीचड़ ही कीचड़ नजर आया। पुराने शहर के मुट्ठीगंज, चौक, नखास कोहना, लोकनाथ, ऊंचामंडी, जानसेनगंज, लीडर रोड, हिवेट रोड, लूकरगंज, खुल्दाबाद, राजरूपपुर, 60 फीट रोड के साथ ही शहर के ज्यादातर एरिया में जगह-जगह पानी और कीचड़ फैला रहा।

शहर को स्वच्छ बनाने का निर्देश

सोमवार की रात हुई बारिश के बाद सफाई व्यवस्था ध्वस्त होने को लेकर नगर निगम के अधिकारियों ने मंगलवार को स्वच्छता अभियान से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों की मीटिंग की। इसमें सभी को स्वच्छ सर्वेक्षण से पहले शहर को स्वच्छ बनाने का आदेश दिया गया।