24 जनवरी को आएंगे शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती

ज्योतिष्पीठ के शिविर में आयोजित होगी धर्म संसद, गंगा व गोरक्षा पर संत-महात्मा करेंगे मंथन

ALLAHABAD: तम्बुओं की नगरी में एक बार फिर गाय और गंगा को लेकर मंथन होने जा रहा है। त्रिवेणी मार्ग स्थित ज्योतिष्पीठ के शिविर में मौनी अमावस्या स्नान पर्व के बाद धर्म संसद का आयोजन होगा। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की अगुवाई में होने वाली धर्म संसद में गोसेवा व मोक्षदायिनी की निर्मलता व स्वच्छता सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर संत-महात्मा विचार विमर्श करेंगे।

निर्णायक लड़ाई का निर्णय

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य व मनकामेश्वर मंदिर के प्रभारी श्रीधरानंद ब्रह्माचारी ने बताया कि गोसेवा और गंगा को लेकर बातें बहुत की जाती हैं, लेकिन सरकार ठोस कदम नहीं उठाती। धर्म संसद के जरिए इस बार मुद्दों पर निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती मौनी अमावस्या से लेकर बसंत पचंमी तक शिविर में निवास करेंगे।

24 को आएंगे निश्चलानंद सरस्वती

पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती 24 जनवरी को नंदन कानन एक्सप्रेस से इलाहाबाद पहुंचेंगे। वे त्रिवेणी मार्ग स्थित शिविर में बसंत पंचमी तक रहेंगे। उनके शिष्य स्वामी प्रफुल्ल ब्रह्माचारी ने बताया कि दस दिवसीय प्रवास के दौरान शिविर में संत सम्मेलन और धर्म से जुड़े मसलों पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा।