शहर के विभिन्न कॉमर्शियल इलाकों में रात में भी होती थी सफाई

ALLAHABAD: कुंभ मेला-2019 को लेकर शहर में अव्यवस्थित विकास कार्य लोगों का सिरदर्द बन चुके हैं। वहीं अब शहर की सफाई व्यवस्था भी करीब-करीब ध्वस्त हो गई है। शहर के प्रमुख कॉमर्शियल इलाकों में जहां सुबह-शाम झाड़ू लगता था, वहां रात में होने वाली सफाई बंद कर दी गई है।

कैसे कुंभ में चमकेगा शहर

शहरी क्षेत्र से पर डे करीब 600 मीट्रिक टन कचरा निकलता है। इसका निस्तारण नहीं हो पा रहा है। अगर यही हाल रहा तो कुंभ 2019 में जब शहर में लाखों लोग मौजूद रहेंगे शहर कैसे चमकेगा?

लगा हुआ है कचरे का ढेर

पुराना शहर से लेकर सिविल लाइंस तक गंदगी का ढेर ही दिखाई देगा। सड़क पर कचरा उड़ता हुआ नजर आएगा। लोगों की शिकायत है कि हर रोज झाड़ू लगता ही नहीं। जबकि नगर निगम के पास सफाई कर्मचारियों की अच्छी खासी फौज है।

रात में सफाई ने बनाया था नंबर वन

नगर निगम प्रशासन ने करीब दो साल पहले रात में सफाई व्यवस्था शुरू कराई थी। इसके कारण ही स्वच्छ सर्वेक्षण में इलाहाबाद को बेहतर अंक मिले थे। इसे देखते हुए शहर के कॉमर्शियल एरिया में सुबह और रात दोनों समय झाड़ू लगवाए जाने का निर्णय लिया गया था। फिर यह सिस्टम करीब आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर शुरू हुआ। लेकिन पिछले कुछ दिनों से रात में सफाई बंद है।

यहां होती थी रात में सफाई

जानसेनगंज, हीवेट रोड, चौक, निरंजन, लोकनाथ, सुलाकी चौराहा, बहादुरगंज, सिविल लाइंस, कटरा, तेलियरगंज।

यह कहते हैं लोग

वार्ड 49 दरियाबाद-2 की हालत बदतर है। यहां पर न रोजाना झाड़ू लगता है और न ही नाला-नाली साफ होता है।

-भानु प्रताप मिश्रा

झाड़ू लगाएं या न लगाएं, क्या फर्क पड़ता है। शहर की सारी सड़कें तो खोदकर छोड़ दी गई हैं। सड़क पर धूल है कि धूल में सड़क पता ही नहीं चलता है।

-राम प्रकाश यादव

अशोक नगर पत्रकार कॉलोनी में कभी-कभी ही झाड़ू लगता है। झाड़ू लगने के बाद कचरा नालियों में फेंक दिया जाता है, जिससे नाला जाम हो जाता है।

ज्योति सिंह

तीन दिन पहले अचानक रात में होने वाली सफाई व्यवस्था बंद कर दी गई। पार्षदों को कोई जानकारी नहीं दी गई। मार्केट का कचरा अगले दिन तक पड़ा रहता है।

सत्येंद्र चोपड़ा

पार्षद, मीरगंज

नगर निगम प्रशासन के पास कर्मचारी ही नहीं हैं। इसलिए रात में होने वाली सफाई बंद करने का आदेश नगर आयुक्त की ओर से दिया गया है। एक-दो दिन में व्यवस्था पूरी तरह बंद हो सकती है।

-आनंद अग्रवाल

पार्षद, कटरा

शहर के कॉमर्शियल इलाकों में सुबह और रात दोनों समय झाड़ू लगवाने का निर्देश दिया गया था। इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए। नगर आयुक्त से बात की जाएगी कि यह व्यवस्था आखिर क्यों बंद कर दी गई।

-अभिलाषा गुप्ता

मेयर, नगर निगम

इतने सफाई कर्मचारी

3000 कुल कर्मचारी

1300 परमानेंट सफाई कर्मचारी

1300 आउटसोर्सिग कर्मचारी

400 संविदा कर्मचारी