-वेदर के अकॉर्डिग एक्सीडेंट के मामले में चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने

-क्लियर वेदर में 221 हुए फेटल, जबकि फॉगी वेदर में सिर्फ 38 फेटल

>BAREILLY: आमतौर पर यह सुनने और देखने में आता है कि ठंड के वक्त घने कोहरे और फिर बारिश के वक्त में रोड एक्सीडेंट की संख्या बहुत अधिक बढ़ जाती है। जबकि इसके उलट बरेली में चौकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। यहां सबसे ज्यादा एक्सीडेंट साफ मौसम में हुए हैं। वर्ष 2016 के आंकड़ों के अनुसार साफ मौसम में 221 फेटल हुए हैं, वहीं दूसरी ओर फॉगी वेदर में मात्र 38 फेटल ही हुए हैं। इसके अलावा डिफरेंट वेदर में एक्सीडेंट का आंकड़ा दूसरे नंबर पर है। आंकड़ों से साफ है कि लोग साफ मौसम में व्हीकल की स्पीड तेज रखते हैं, जो एक्सीडेंट का कारण बनती है।

फॉगी वेदर में कम एक्सीडेंट

बरेली पुलिस ने वर्ष 2016 में एक्सीडेंट के आंकड़ों को अलग-अलग कैटेगरी में तैयार कराया है। हर कैटेगरी के आंकड़ें चौंकाने वाले हैं। पुलिस ने वेदर के अकॉर्डिग जो डाटा तैयार किया है। उसके मुताबिक सबसे ज्यादा एक्सीडेंट फाइन या क्लियर वेदर में हुए हैं। इस मौसम में फेटल, ग्रीवियस इंजरी और माइनर इंजरी का डाटा जोड़ दें तो संख्या 495 हो जाती है। जबकि मिस्ट या फॉगी वेदर में फेटल, ग्रीवियस इंजरी और माइनर इंजरी की संख्या सिर्फ 123 है। साफ है कि क्लियर वेदर में फॉगी वेदर से एक्सीडेंट की संख्या 4 गुना ज्यादा है।

रेनी सीजन में एक्सीडेंट की संख्या सबसे कम

बरसात के मौसम में भी एक्सीडेंट होते हैं, लेकिन इसकी संख्या काफी कम है। रेनी सीजन में सिर्फ 13 फेटल, 15 ग्रीवियस इंजरी और 15 माइनर इंजरी के एक्सीडेंट हुए हैं।

रोड एक्सीडेंट के आंकड़े

वेदर कंडीशन फेटल ग्रीवियस इंजरी माइनर इंजरी

फाइन या क्लियर 221 151 121

मिस्ट या फॉगी 38 55 30

क्लाउडी 00 07 04

रैनी 13 15 15

अदर 176 126 63