JAMSHEDPUR: कपड़े को जीएसटी में शामिल करने के विरोध में कपड़ा व्यापारियों ने बुधवार को मशाल जुलूस निकाला। व्यापारियों ने गुरुवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखने की घोषणा की है। जमशेदपुर थोक वस्त्र विक्रेता संघ के नेतृत्व में कपड़ा व्यापारी शाम करीब छह बजे जुगसलाई के बाटा चौक पर जमा होने लगे। करीब एक घंटे बाद व्यवसायी मशाल लेकर जुलूस निकाला, जो जुगसलाई के मुख्य मार्ग से होते हुए स्टेशन रोड स्थित वीर कुंवर सिंह चौक तक गया। इस दौरान व्यापारी 'वस्त्र को जीएसटी से बाहर करो', 'काला कानून वापस लो', 'व्यापारी एकता जिंदाबाद' जैसे नारे लगा रहे थे।

खड़ा हो जाएगा संकट

जुलूस की समाप्ति पर व्यापारियों को संबोधित करते हुए पूर्व अध्यक्ष नवल किशोर बरनवाल ने कहा कि आजादी के बाद से वस्त्र व्यापार टैक्स मुक्त रहा है। जीएसटी लगने से छोटे और माध्यम व्यापारियों के समक्ष अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाएगा। उन्होंने सभी वस्त्र विक्रेताओं से आग्रह किया कि वे गुरुवार को अपना व्यापार बंद रखकर व्यापारिक एकता का परिचय दें। संघ के उपाध्यक्ष अनिल मोदी ने कहा कि गुरुवार को सभी व्यापारी सुबह नौ बजे से जुगसलाई बाजार का भ्रमण कर बिष्टुपुर पहुंचेंगे। जुलुस में कैलाश काबरा, प्रदीप बिदासरिया, स्वरुप गोलछा, प्रदीप बिदासरिया, ब्रजकिशोर बरनवाल, साधुराम जैन, अशोक सरायवाला, ललित सरायवाला, राजकुमार सारस्वत, बबलू सारस्वत, रामरिछपाल काबरा, सुरेश सरायवाला, आनंद अग्रवाल, राजकुमार जैन, सुरेश सरायवाला, संतोष छापोलिया, श्रवण मित्तल, विमल जालान, अनिल चौधरी, विजय अग्रवाल समेत कई व्यापारी शामिल थे।