- बरसाती नदी-नालों ने बरपाया कहर, दर्जनभर दुकानें और 15 मकान मलबे से क्षतिग्रस्त, कई वाहन बहे

- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी, 17 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

DEHRADUN : चमोली जिले के घाट और थराली तहसील में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। घाट में आधी रात के बाद गांव के पास बहने वाले बरसाती नदी-नालों के उफान में आने से करीब एक दर्जन दुकानें, 15 मकान, सात कारें और तीन बाइक बह गई। इसके अलावा 16 मवेशी भी जिंदा दफन हो गए हैं। नदी में गड़गड़ाहट की आवाज सुनकर लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर भागकर अपनी जान बचाई। प्रशासन के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर राहत कार्य पर जुटी है। कुल 17 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

उफान पर आई बरसाती नदियां

बताया जा रहा है कि देर रात ढाई से तीन बजे के बीच घाट तहसील के कुंडा सेरा गांव के पास बहने वाली बरसाती नदी से गड़गड़हाट की तेज आवाज सुनाई दी। ग्रामीणों ने आनन-फानन में सुरक्षित स्थानों पर भागकर अपनी जान बचाई। कुंडा सेरा गांव के पांच मकानों में मलबा घुस गया, जबकि पड़ोस के मोखल्ला गांव में भी 10 मकानों को नुकसान पहुंचा है। वही, थराली तहसील के प्राणमति नदी के तट पर बसा ढाढरबगड़ दो दर्जन गांवों का बाजार है। स्थानीय निवासी कैलाश ने बताया कि आधी रात को भारी बारिश से नदी उफान पर आ गई। जिससे उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा अभिकरण (उरेडा) की जलविद्युत परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा एक मोटर पुल एवं तीन पैदल पुल बह गए हैं। नदी के उफान में एक दर्जन दुकानों के साथ ही सड़क किनारे खड़े 10 वाहन बह गए। चमोली के जिलाधिकारी आशीष जोशी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य चल रहा है। आपदा पीडि़तों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। उन्होंने कहा कि टीम के लौटने पर ही वास्तविक क्षति का पता चल पाएगा।

बज्रपात से 250 बकरियों की मौत

रुद्रप्रयाग जिले के उच्च हिमालय में स्थित ऊखीमठ ब्लाक के बुरुवा गांव से 22 किलोमीटर दूर बिसुड़ी ताल में बज्रपात से 250 से ज्यादा बकरियों की मौत हो गई। इसके साथ ही दो भेड़ पालक भी झुलसे हैं। प्रशासन और वन विभाग की टीम मौके लिए रवाना हुई है। घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है। दूसरी ओर ऊखीमठ ब्लाक के ही भादड़ी क्षेत्र में अतिवृष्टि से दो सौ भेड़-बकरियों के मरने की खबर है।

बारिश से चारधाम यात्रा मार्ग बाधित

बारिश के कारण चारधाम यात्रा मार्ग भी बाधित हुए। सोमवार को गंगोत्री हाईवे पांच और बदरीनाथ हाईवे चार स्थानों पर बंद हो गया। दोनों मार्गो से मलबा हटाकर दोपहर तक यातायात सुचारु कर दिया गया। केदारनाथ हाईवे भी दो स्थानों पर मलबा आने से करीब एक घंटे बंद रहा। इसके अलावा भी प्रदेश में कई हाईवे और संपर्क मार्ग बारिश के कारण मलबा आने से बंद हुए।