- शहर के पांच विशिष्टजनों से मुख्यमंत्री ने की मुलाकात

- सभी को सौंपी 'साफ नीयत-सही विकास' पुस्तिका, कहा- 15 दिन में साफ-सुथरी दिखेगी काशी

केंद्र सरकार के चार साल पूरे होने पर 'संपर्क टू समर्थन' अभियान के तहत सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को वाराणसी के प्रबुद्धजनों के बीच पहुंचे। पांच विशिष्ट लोगों और उनके सहयोगियों से सीएम ने उनके आवास पर मुलाकात की और सभी को केंद्र की तरफ से जारी 'साफ नीयत-सही विकास' पुस्तिका भी भेंट की। इस दौरान सीएम ने आह्वान किया कि बौद्धिक वर्ग मौन तोड़कर समाज को दिशा दें।

शोध केंद्र खोलने का सुझाव

सीएम ने प्रख्यात साहित्यकार बच्चन सिंह के पुत्र व काशी विद्यापीठ के प्रोफेसर रहे डॉ। सुरेंद्र प्रताप से निराला नगर स्थित उनके आवास पर मुलाकात के दौरान डॉ। दयानिधि मिश्र, डॉ। रामसुधार सिंह, नीरजा माधव, डॉ। श्रद्धानंद, डॉ। इंदीवर आदि मौजूद रहे। साहित्यकारों ने सीएम को काशी में नाथ संप्रदाय का शोध और अनुसंधान केंद्र खोलने का सुझाव दिया। साथ ही यह भी कहा कि संत रैदास की तरह संत गोरखनाथ को भी प्राथमिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। इस दौरान साहित्यकारों ने सीएम को कई रचनाएं भी भेंट की। इस दौरान योगी पड़ोस के एक मकान में मौजूद बच्चों से भी मिले और उन्हें आशीर्वाद दिया।

पूर्व महानगर अध्यक्ष से भी मिले

मुख्यमंत्री इसके बाद पूर्व महानगर अध्यक्ष कैलाश केसरी के घर पहुंचे। वहां मौजूद काशी के प्रबुद्ध लोगों ने सीएम से सफाई व्यवस्था को लेकर चिंता जताई। इसपर सीएम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि 15 दिन में शहर की व्यवस्था बदली हुई दिखेगी। ज्योतिषाचार्य पं। चंद्रमौलि उपाध्याय के आवास पर भी सीएम ने उनसे काफी देर तक वार्ता की। इस दौरान मनोज शाह भी उनसे मिले और महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट की योजना बनाने का सुझाव दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता राधेश्याम चौबे और बीएचयू के प्रो। चूड़ामणि गोपाल के आवास पर पहुंचे सीएम ने वहां भी अधिवक्ताओं और बीएचयू के डॉक्टरों और प्रोफेसरों से लंबी बातचीत की। इस दौरान उनके साथ राज्यमंत्री और सभी विधायक मौजूद रहे।