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LUCKNOW : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मंडलायुक्तों व नगर आयुक्तों से कहा कि कुंभ-2019 में च्वच्छता का जो मानक प्रस्तुत किया गया है, सभी नगर निगमों में इसी मानक के अनुरूप च्वच्छता सुनिश्चित की जाए। जनसहयोग से इस कार्य में वांछित परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। मंडलायुक्त पूरे मंडल के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छता की स्थिति देखकर जवाबदेही तय करें। सफाईकर्मियों द्वारा सफाई कार्य किया जा रहा है अथवा नहीं, इसकी जांच अवश्य करायें।

योगी सोमवार को करेंगे परियोजना की समीक्षा

योगी सोमवार को प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों और नगर आयुक्तों के साथ शहरों की सफाई, पॉलीथीन पर रोक, गोवंश संरक्षण, स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत मिशन, शहरों में नालों को टैप किये जाने की प्रगति, एसटीपी के निर्माण की प्रगति एवं नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बैठक में मंडलायुक्तों से 10 जून तक समीक्षा की रिपोर्ट मांगी है।

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10 जून तक तैयार करें रिपोर्ट

बैठक में सीएम ने कहा कि मंडलायुक्त 10 जून तक समीक्षा कर रिपोर्ट तैयार कर लें जिसकी 11 जून से 15 जून तक प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव एवं मंत्री स्तर पर समीक्षा की जाएगी। वहीं 16 जून से 15 जुलाई 2019 तक उनके द्वारा खुद मंडलीय समीक्षा बैठकें की जाएंगी। उन्होंने कहा कि च्वच्छता मिशन एक अत्यन्त महत्वपूर्ण अभियान है। पॉलीथीन पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाये बगैर च्वच्छता अभियान का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। ऐसे नगरों में जहां निस्तारण की पर्याप्त व्यवस्था न हो, वहां कूड़े का डंपिंग ग्राउंड आबादी से दूर बनाया जाए। बैठक के दौरान उन्होंने लखनऊ, आगरा, वाराणसी, मथुरा, बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, झांसी, सहारनपुर आदि नगर निगमों में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त की। कहा कि प्रत्येक दशा में हर नगर को च्वच्छ और सुंदर दिखना चाहिए। नगर आयुक्त अपनी इस जिम्मेदारी को भलीभांति समझ लें और नगर भ्रमण कर कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें।

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