- कई खामियां देख जताई नाराजगी, आ‌र्म्स कक्ष की मिली सीलन

- जाला और कबाड़ देख अफसरों की लगाई क्लास

नंबर गेम

- 10 मिनट पहले मिली पुलिस लाइन में सीएम के आने की सूचना

- 45 मिनट तक हर जगह का सीएम ने किया निरीक्षण

LUCKNOW : सीएम योगी शुक्रवार सुबह 9 बजे औचक निरीक्षण के लिए पुलिस लाइन पहुंचे। उनके आने की सूचना अधिकारियों को 10 मिनट पहले मिली और सीएम के वहां पहुंचने से पहले ही डीजीपी ओपी सिंह, आईजी सुजीत पांडेय, एडीजी जोन राजीव कृष्णा, एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत कई बड़े अधिकारी पुलिस लाइन आ गए। सीएम यहां आए और करीब 45 मिनट तक उन्होंने पुलिस लाइन के हर हिस्से का निरीक्षण किया। सीएम ने यहां गंदगी देख नाराजगी जताई और बैरक के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनने को कहा।

उखड़ती सांसें थाम पहुंचे अफसर

सीएम योगी सबसे पहले आदेश कक्ष में गए। वहां उन्होंने व्यवस्था देखी। इसके बाद वह असलहा कक्ष पहुंचे। सीएम ने असलहों की देखरेख की जानकारी ली। यहां सीलन देख वह नाराज हुए और कहा असलहों की देखरेख सही की जानी चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर नया कमरा बनाया जाए। सीएम को आरआई सेकंड के ऑफिस में ताला लटकता मिला। वहीं पोर्च में जाला देखकर उन्होंने तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए। वहीं सीएम को पुरानी बैरक में कबाड़ भरा मिला।

यकीन नहीं था कि सीएम करेंगे बात

सीएम ने आरटीसी बैरक और मेस का निरीक्षण भी किया और वहां लोगों से ट्रेनिंग के बारे में पूछा। सीएम को अपने सामने देख ट्रेनी महिला अचम्भित थीं। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि सीए से उनकी इस तरह मुलाकात होगी और वे उनसे बात भी करेंगे। सीएम करीब 45 मिनट तक पुलिस लाइन में रुकने के बाद वहां से चले गए।

बाक्स

चुलबुल पांडेय की नेम प्लेट देख मुस्कुराए

सीएम जब घोड़ों के अस्तबल को देख रहे थे तो उन्हें वहां एक लेन में चुलबुल पांडेय की नेम प्लेट दिखी। जिसे देखते ही वे एक पल के लिए रुके और फिर मुस्कुराकर बोले, यह नाम इस घोड़े का है। वहीं एक घोड़े की पूछ में गंदगी मिलने पर उन्होंने घोड़ों की देखरेख अच्छे तरीके से करनी की हिदायत दी। यहां सीएम ने घोड़ों के लिए गुड़ मंगवाया और उन्हें खिलाने को कहा।

बाक्स

'कौन है सीओ लाइन'

पुलिस लाइन में गंदगी देख सीएम ने एसएसपी से सख्त लहजे में पूछा कि कौन है सीओ लाइन। एसएसपी ने जवाब दिया कि अभिषेक वर्मा सीओ लाइन हैं। सीएम ने सीओ लाइन से कहा कि जल्द से जल्द सफाई कराई जाये। इसके बाद सीएम निर्माणाधीन बैरक को देखने गए। वहां के सुपरवाइजर धर्मराज से उन्होंने पूछा कि कब तक तैयार हो जाएगी। इस पर उन्हें बताया गया कि चार-पांच माह में काम पूरा हो जाएगा। पेमेंट न होने से काम रुक गया था, पेमेंट क्लीयर होने पर काम शुरू हो गया है।

बाक्स-

आनन फानन तैयार किया प्रस्ताव

जैसे ही सीएम योगी पुलिस लाइन का निरीक्षण कर वापस गए, दोपहर करीब सवा एक बजे प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी समेत कई अफसर दोबारा पुलिस लाइन आए। सीएम ने निरीक्षण के दौरान डीजीपी से प्रस्ताव बनाने के लिए कहा था। इस आदेश पर अफसरों ने तत्काल दोबारा निरीक्षण करने के बाद निर्माणधीन प्रोजेक्ट्स का जायजा लिया और कंडम घोषित किए जाने वाले भवनों को चिन्हित कर उनके ध्वस्तीकरण के आदेश दिए। यही नहीं नई बैरक बनाने का प्रस्ताव तैयार कर टेंडर निकालने का निर्देश भी दे दिया गया।