RANCHI : 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर बेहतर काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारी सम्मानित किए जाएंगे। जो योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतेंगे, उनके खिलाफ कड़ा कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को सीडीपीओ के राज्य स्तरीय सम्मेलन में कहा कि बरसात के बाद वे खुल फील्ड में जाकर विकास योजनाओं का निरीक्षण करेंगे। इस मौके पर कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विभाग के प्रधान सचिव एमएस भाटिया और पोषण मिशन की महानिदेशक मृदुला सिन्हा मौजूद थीं।

दूर करें कुपोषण का कलंक

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को कुपोषण के कलंक से हर हाल में मुक्त करेंगे। इसमें सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सहायिका, सेविका आदि की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि बेहतर काम करने के लिए अधिकारी-कर्मचारी आपस में प्रतिस्पद्र्धा करें। टीम वर्क से झारखंड की दशा और दिशा बदली जा सकती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पंचायत सचिवालय का गठन किया जाएगा। इससे ना सिर्फ आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका का काम हल्का होगा, उनपर निगरानी भी रखी जा सकेगी।

आंगनबाड़ी केंद्रों की होगी रैंकिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीडीपीओ, सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी केंद्रों का प्रोफाइल तैयार कर उनकी रैंकिंग की जाए। उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने के दौैरान विभाग की ओर से सभी योजनाओं को हर हाल में लागू किया जाए, ताकि केंद्र की रैंकिंग में झारखंड पीछे नहीं रहे। उन्होंने सभी सीडीपीओ को फील्ड में जाने की नसीहत देते हुए कहा कि जो नहीं कार करता है उसकी जानकारी दें, ताकि कार्रवाई की जा सके।

आप महिला हैं, महिलाओं व बच्चों का समझे दर्द

मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर सीडीपीओ महिलाएं हैं, ऐसे में महिलाओं और बच्चों के दर्द को समझना चाहिए। कोई बच्चा कुपोषित न हो और गर्भवती महिला में खून की कमी न हो, यह सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और 0-6 वर्ष तक के बच्चों का आधार कार्ड बनाने का काम भी महत्वपूर्ण है, इसे पूरी जिम्मेदारी से निभाएं।