आई-लाइव

इधर ऐलान, उधर सीएम से कैंपेनर बने हरदा

-एक पल में बदली सीएम की मौजूदगी वाले प्रोग्राम की रंगत

-पहले धड़ल्ले से निबटा रहे थे समस्या, फिर जोड़ लिए हाथ

DEHRADUN: समय-दिन के क्ख् बजे, स्थान-न्यू सीएम आवास। प्रोग्राम-पूर्व सैनिकों का सम्मान समारोह। पूर्व सैनिक अपनी मांग एक-एक करके सीएम हरीश रावत के सामने रख रहे हैं। रिटायर्ड कर्नल सतीश चंद्र शर्मा गजियावाला में खेल मैदान की बात उठा रहे हैं। जवाब देने की बारी अब सीएम की है। सीएम कहते हैं-शहर से लगे इलाकों में ख्भ्0 खेल मैदान बना दिए हैं। ख्000 बनाने हैं। सवाल-जवाब का सिलसिला जारी है। अचानक एक पूर्व सैनिक को सीएम रोकते हैं। जुडे़ हुए हाथों के साथ कहते हैं-माफ कीजिएगा, अब आपकी सिर्फ सुनूंगा, कर कुछ नहीं पाऊंगा, क्योंकि आचार संहिता लागू हो गई है। सीएम की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम की जो रंगत ख्0 मिनट पहले थी, वो अब गायब हो चुकी है।

मौजूदगी प्रोग्राम में, मन कहीं और

सीएम हरीश रावत मंचासीन हैं। प्रोग्राम कहने के लिए चल रहा है। पूर्व सैनिक आचार संहिता लागू होने से बेपरवाह होते हुए अपनी बात रख रहे हैं। सीएम हरीश रावत मंच पर जरूर हैं, मगर उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही है, कि उनका दिल-दिमाग सब कुछ अब और तेजी के साथ दौड़ रहा है। अचानक से फोन आने का सिलसिला भी शुरू हुआ है। बीच-बीच में सीएम मोबाइल पर बात भी कर रहे हैं और प्रोग्राम को अटैंड करने की कोशिश भी। सत्ता से हटने के बाद सीएम की मौजूदगी वाले इस प्रोग्राम को अब समेटने की जल्दी दिखाई दे रही है।

सीएम बने कैंपेनर, जुटने की अपील

प्रोगाम में आने से पहले मीडिया से बातचीत में सीएम ने कई बार चुटकी ली। कहा-अभी सीएम हूं, कुछ ही पलों में कैंपेनर रह जाऊंगा। आचार संहिता लागू होने के बाद सीएम कैंपेनर की नई भूमिका में तब्दील होते हुए भी दिखे। पूर्व सैनिक की वृद्ध माता के सम्मान में सीएम झटके से मंच से उतर कर नीचे आ गए। सीएम अब अपने भाषण में उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं। कांग्रेस के दोबारा सत्ता में लौटने का दावा कर रहे हैं। सीएम के साथ अब उनकी सिक्योरिटी से जुडे़ और कांग्रेस कार्यकर्ता रह गए हैं। विभिन्न विभागों के अफसर और स्टाफ का कहीं पता नहीं है। प्रोग्राम खत्म होने के बाद सीएम बीजापुर गेस्ट हाउस लौट रहे हैं।