- सीएम ने ढाबे में खाना खाया, शाम को सचिवालय में फाइलें निपटाई

- सीएम के सचिवालय पहुंचने पर बीजेपी आग बबूला, जताई आपत्ति

- सीएम पर लगाए आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप

DEHRADUN: विधानसभा चुनावों के लिए मतदान संपन्न होने के बाद पिछले दो दिनों से सीएम हरीश रावत फुरसत में नजर आ रहे हैं। कभी वे कांग्रेस मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ मूंगफली का स्वाद लेते दिख रहे हैं तो कभी ढाबे पर लंच करते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को वे अचानक प्रिंस चौक स्थित जैन धर्मशाला के पास एक ढाबे पर पहुंचे, यहां उन्होंने लंच किया और शाम को फिर सचिवालय चले गए। जहां उन्होंने पेंडिंग फाइलें निपटाईं। सीएम के सचिवालय पहुंचने की खबर जैसे ही बीजेपी को लगी, वो आग-बबूला हो गई। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू है ऐसे में सीएम कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते।

जीत के बाद खिलाएंगे मिठाई

मतदान निपटने के बाद सीएम हरीश रावत जुदा अंदाज में दिख रहे हैं। गुरुवार को वे प्रदेश मुख्यालय पर पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने साथ उन्होंने मूंगफली का स्वाद लिया तो वे पीसीसी चीफ के साथ ही राजपुर रोड स्थित बफेट तक भी पहुंच गए। शुक्रवार को भी वे शहर की तरफ निकल पड़े। जहां दोपहर में वे जैन धर्मशाला के नजदीक एक ढाबे में भोजन करने पहुंच गए। ढाबे में पहुंचने की भनक मीडिया कर्मियों को लगी तो वहां मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लग गया। मीडिया कर्मियों को कहने लगे कि जीत के बाद वे जरूर मीडिया को मिठाई खिलाएंगे। इसे बाद सीएम सचिवालय पहुंचे। जहां उन्होंने करीब एक घंटा सरकारी कामकाज निपटाया, लेकिन बीजेपी को उनके सचिवालय पहुंचने की बात पसंद नहीं आई। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि सूबे में विधानसभा चुनाव के कारण आचार संहिता लागू है। ऐसे में सीएम सचिवालय में कैसे सरकारी कार्य निपटा सकते हैं। सीएम किसी प्रकार के न तो नीतिगत निर्णय ले सकते हैं और न ही किसी प्रकार का लाभ किसी को दे सकते हैं।

सीएम से बीजेपी ने की मांग

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीएम हरीश रावत व उनके सलाहकार नियम कानून की परवाह नहीं कर रहे। उन्होंने सवाल किया कि उन्होंने सचिवालय में पहुंचकर आखिर कौन-सी फाइलों के कार्य निपटाए। प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि सीएम सचिवालय क्यों गए हैं, का जवाब नहीं देते हैं तो साफ है कि वे कुछ ऐसा कर रहे हैं, जिसका उन्हें अधिकार नहीं है। अजय भट्ट ने कहा कि सीएम को वर्तमान स्थिति के अनुरूप ही कार्य करना चाहिए।