- मुख्यमंत्री ने नौकरशाहों पर साधा निशाना तो कुछ को सराहा भी

- कहा, कुछ अफसर तो विवाद सुलझाने के बजाय बढ़ा देते हैं

- प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल को भी दिखाया आईना

LUCKNOW: अब आपका नहीं, हमारा इम्तिहान है। आपके अच्छे काम ही हमें दोबारा सत्ता में ला सकते है। सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना आपकी ही जिम्मेदारी है। मुझे बखूबी पता है कि कौन अधिकारी कैसा काम कर रहा है। मेरे पास सबकी रिपोर्ट है। अफसरों पर कार्रवाई करो तो जनता खुश होती है। मैंने कड़ाई की तो मेरे वोट बढ़ जाएंगे लेकिन मैं प्यार और सम्मान से काम लेना चाहता हूं। लेकिन अगर वोट घटे तो अफसरों को भी परेशानी होगी। आईएएस वीक के तहत विधानभवन के तिलक हाल में आयोजित सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव आफिसर्स कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह बात कही।

कुछ डीएम तो बढ़ा देते है विवाद

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ डीएम तो ऐसे हैं जो विवाद को सुलझाने के बजाय बढ़ा देते है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री का इशारा बुलंदशहर और लखीमपुर के डीएम की तरफ था। वहीं उन्होंने आजमगढ़ के डीएम सुहास एलवाई और जौनपुर के भानुचन्द्र गोस्वामी डीएम की तारीफ करते हुए कहा कि सबको इनसे सीख लेनी चाहिए। इन्होंने जौनपुर की तस्वीर बदल दी। स्पेशल ड्राइव चलाकर सड़कों से इंक्रोचमेंट साफ कराया। शहर को खूबसूरती पर ध्यान दिया और सरकार की योजनाओं को इम्पलीमेंटेशन बेहतर ढंग से किया। सुभाष एलवाई के बारे में कहा कि कम समय में इन्होंने आजमगढ़ में बेहतर काम किया। न सिर्फ सड़कों से इंक्रोचमेंट हटवाये बल्कि पीपीपी मॉडल के तहत चौराहों और फव्वारे लगाये, पार्क मेंटेन कराये। उन्होंने आगरा के डीएम पंकज कुमार समेत तीन डीएम की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे खुद की छवि अच्छी समझते हैं जबकि ऐसा नहीं है। जनता के साथ उनके बर्ताव के बारे में मेरे पास रिपोर्ट है।

कभी तारीफ तो कभी नसीहत

मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय अग्रवाल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने प्रदेश में बिजली सुधार के क्षेत्र में अच्छा काम किया है। पावर सेक्टर सबसे कमजोर था। इसके बाद मुख्यमंत्री वापस जाने लगे। अचानक वापस आकर उन्होंने समीप बैठे प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोग अच्छे काम तो गिनाते हैं, बुरे नहीं। मुझे पता है कि अभी भी गोमती में दो नाले गिर रहे है। वे बंद क्यों नहीं हुए, इस बारे में कभी नहीं बताया गया। उन्होंने अच्छा काम करने वाले अफसरों को धन्यवाद भी दिया। साथ ही विकास एजेंडे का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस साल विकास इसको पूरी तरह लागू करना है।

इनोवेटिव आइडिया नहीं देते

मुख्यमंत्री ने कई आईएएस अधिकारियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे कभी कोई इनोवेटिव आइडिया नहीं देते है। ये चिंता की बात है। इसमें सुधार लाने की जरूरत है। वहीं कुछ डीएम ने कांफ्रेंस के दौरान कहा कि सरकार की योजनाओं को अमल में लाने के बाद उसकी मॉनिटरिंग करना जरूरी है। मसलन गांवों में 14 घंटे बिजली दी जा रही है। यह पता लगाना भी जरूरी है कि बिजली की उतनी आपूर्ति की जा रही है कि नहीं।

चुनाव में अभी एक साल

अखिलेश ने ब्यूरोक्रेट्स से कहा कि अभी चुनाव में एक साल है। सरकार को भी जनता से रूबरू होना पड़ता है। आलोचना करने वाले लोग भी है। हमारे पास बुराईयां दूर करने का मौका है। कुछ पार्टियों के पास तो नेता तक नहीं है। आप अन्य राज्यों के आंकड़ें भी मंगवा लें ताकि लोगों को सही बात पता चल सके। साथ ही हम अपनी कमियां भी दूर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आईएएस वीक एक अच्छा कार्यक्रम है, इस दौरान एक दूसरे को अच्छे सुझाव भी दिए जा सकते है।

थाने और तहसीलों में अच्छा बर्ताव जरूरी

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अच्छा काम करने की नसीहत दी। कहा कि पब्लिक का वास्ता विकास के बड़े बड़े कामों से नहीं रहता। लखनऊ में मेट्रो और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से दूसरे इलाके के लोगों पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर थाने और तहसीलों पर जनता के लोगों को अच्छा रिस्पांस मिले तो इससे भी सरकार की इमेज बेहतर होती है। अधिकतर लोग इन्हीं दो जगहों पर परेशान होते हैं।