- न्यू गार्डिनर हॉस्पीटल में सीएम ने किया हीमोडायलिसिस यूनिट किया इनॉगरेट

PATNA: न्यू गार्डिनर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पीटल में किडनी के पेशेंट के लिए हीमोडायलिसिस यूनिट की मांग में लगातार इजाफा हो रहा है। शनिवार को पांच पेशेंट हीमोडायलिसिस यूनिट में आए। इसकी शुरुआत में केवल एक पेशेंट ही था। इस बारे में हॉस्पीटल के डायरेक्टर डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि जिस पेशेंट का किडनी इरिवर्सिबली खराब हो, उनके लिए हीमोडायलिसिस की जरूरत पड़ती है। फिलहाल यहां यूनिट में तीन मशीने लगायी गयी है, जिससे हर दिन मैक्सिमम छह पेशेंट को लाभ मिल सकता है। आमतौर पर एक पेशेंट के प्रासिजर में चार घंटे का समय लगता है। ऐसे पेशेंट को सप्ताह में दो बार और महीने में आठ बार हीमोडायलिसिस कराने की जरूरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में इसकी फैसिलिटी का विस्तार किया जाएगा, ताकि इसका लाभ अधिक पेशेंट को मिल सके।

इंडोक्राइन यूनिट का आईसीयू सेटअप होगा

सीएम जीतन राम मांझी ने शनिवार को न्यू गार्डिनर रोड में हीमोडायलिसिस यूनिट का इनॉगरेशन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हेल्थ गवर्नमेंट की टॉप प्रायोरिटी पर है। उन्होंने हॉस्पीटल कैंपस का विजिट किया। उन्होंने कहा कि यहां पेशेंट की सुविधा के लिए निरंतर और काम किया जाएगा। हॉस्पीटल के सुपरीटेंडेंट डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि यहां इंडोक्राइन डिपार्टमेंट में आईसीयू का सेट-अप स्थापित किया जाएगा, जिससे डाटबिटिक के क्रिटिकल पेशेंट की केयर में सुविधाओं का विस्तार होगा। यहां नेफ्रोलॉजी, इंड्रोक्राइन और अब हीमोडायलिसिस यूनिट की फैसिलिटी भी पेशेंट के लिए अवेलेबल कराया गया है।

हीमोडायलिसिस कराना बेहद आसान

न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पीटल में हीमोडालिसिस कराने के लिए केवल पेशेंट रजिस्ट्रेशन फी के अलावा कोई चार्ज देना नहीं पड़ेगा। इस बारे में डायरेक्टर डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि हीमोडायलिसिस प्रोसीजर के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। जानकारी हो कि प्राइवेट में इसे कराने के लिए पेशेंट को एक बार कम से कम साढ़े तीन से चार हजार रुपए तक का खर्च उठाना पड़ता है।