15 दिन से चल रही हैं तैयारियां

इस प्रोग्राम की डेट करीब 15 दिन पहले आ गई थी। डीएम अभिषेक प्रकाश की देख-रेख में प्रिप्रेशंस आखिरी दौर में हैं। आरयू का ग्राउंड फंक्शन के लिए फाइनल होते ही सभी रिलेटेड डिपार्टमेंट्स को उनकी जिम्मेदारी सौंप दी गई। पंडाल, मंच व अन्य ग्राउंड वर्क की सबसे बड़ी जिम्मेदारी पीडब्लूडी व पुलिस के पास है.   

Water proof व कूल पंडाल

पीडब्लूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर राजेंद्र गोयल ने बताया कि पंडाल ऐसा होगा जिससे किसी को प्रॉब्लम नहीं होगी। चीफ मिनिस्टर का पंडाल पूरी तरह से वाटर प्रूफ लगाया जा रहा है। इसमें एसी की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा वीआईपी व स्टूडेंट्स के लिए भी बेहतर पंडाल की व्यवस्था की गई है। कुल 425ङ्ग300 का पंडाल लगाया जा रहा है। सीएम व वीआईपी पंडाल में अच्छी क्वालिटी के सोफे डाले जा रहे हैं। कुर्सियां भी अच्छी क्वालिटी की लगाई जा रही हैं। स्टूडेंट्स के पंडाल में सीलिंग फैन लगाए जा रहे हैं। पंडाल व मंच की तैयारी के लिए बाहर से भी पंडाल मंगाया गए हैं। यही नहीं एक्सपट्र्स की भी हेल्प ली जा रही है। बैरीकेटिंग की भी व्यवस्था है। उनका कहना है कि डे बाई डे व्यवस्था में चेजेंज आ रहे हैं। इसलिए एग्जेक्ट खर्च अभी बताना मुश्किल है लेकिन 60 से 70 लाख रुपए का खर्च होने की उम्मीद है।

8 फीट ऊंचा हो CM का मंच

सीएम का मंच काफी ऊंचा बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 8 फीट रखी गई है। स्टेज की लंबाई-चौड़ाई 25ङ्ग60 रखी गई है। यही नहीं सीएम की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए स्टेज के पीछे भी 14 फीट ऊंची दीवार बनाई जा रही है। इस दीवार की नींव ही तीन फीट रखी गई है। इसमें करीब 2 लाख ईंटे लग रही हैं। इस हिसाब से लाखों का खर्च मंच के ही निर्माण में हो जाएगा। इस मंच के बगल में एक स्टेज और बनाया जा रहा है, जिस पर बच्चे सांस्कृतिक प्रोग्राम करेंगे। करीब 50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था होगी।

ट्रांसपोर्ट का खर्चा करीब 30 लाख

स्टूडेंटस और टीचर्स को कार्यक्रम स्थल तक के ट्रांसपोर्ट में भी काफी बड़ा खर्चा आ रहा है। अनुमान है कि करीब 25 से 30 लाख रुपये का खर्च आएगा। ट्रांसपोर्ट के हिसाब से पर 50 स्टूडेंटस पर एक बस लगायी जा रही है। इस हिसाब से करीब 180-200 बसें लगायी जाएंगी। इनमें रोडवेज व स्कूलों की अपनी बसें भी होंगी। एक बस का खर्च करीब 15 हजार रूपये औसत रखा गया है। यही नहीं इसके अलावा कई मिसलेनियस जैसे बुके, साल, माइक, लाउडस्पीकर व अन्य पर काफी पैसा खर्च हो रहा है।

 

2 टीचर के जिम्मे 50 स्टूडेंट्स

लैपटाप वितरण के लिए 18 लाभार्थियों के बैठने के लिए 18 दीर्घांए बनायी गई हैं। एक दीर्घा में 500 स्टूडेंटस के बैठने की व्यवस्था होगी। एक टेबल पर 50 लाभार्थियों को लैपटाप दिए जाएंगे। लैपटाप वितरण में कोई कमी न रह जाए इसके लिए 50 स्टूडेंटस पर 2 टीचर की डयूटी लगायी गई है। 20 टीचर पर एक दीर्घा अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं। स्टूडेंटस के साथ-साथ टीचर व अधिकारियों के पास भी कार्ड मौजूद रहेंगे। करीब 500 अधिकारियों के कार्ड बनने शुरू हो गए हैं।

खर्च का अनुमान

50-60 लाख    मंच व पंडाल

8-10   लाख रिफ्रेशमेंट

25-30 लाख    ट्रांसपोर्ट

20-30 लाख लाइट, साउंड सिस्टम, फ्लॉवरिंग व अन्य  

7 लाख अस्थाई हेलीपैड

(सभी खर्च औसत पर बेस्ड हैं। असल में सीएम का प्रोग्राम होने के कारण कोई भी अफसर खुलकर कुछ भी बोलने को

तैयार नहीं है। दबी जुबान कुछ अफसरों ने ये आंकड़े बताए हैं.)