RANCHI: मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार राज्य के सभी जिलों के डीसी, डीडीसी, एसएसपी, एसपी और सचिवों के साथ रघुवर दास ने विधि-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में सख्त तेवर अपनाया। उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को साफ लहजे में चेता दिया कि जल्द सुधर जाएं, वरना सस्पेंड करने में तनिक देर न होगी। मुख्यमंत्री मंगलवार को एटीआई में राज्य सरकार की प्राथमिकताओं और राज्य की विधि व्यवस्था पर समीक्षा मीटिंग कर रहे थे।

अफसरों की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जनता को स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी प्रशासन की अपेक्षा है। अधिकारी इसी सोच पर काम करें जो अधिकारी अपने काम में लापरवाही बरतेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से कहा कि यहां के अफसर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, वह राज्य में कोयला और लोहे की तस्करी कर रहे हैं। ऐसे लोग अब सुधर जाएं। अब ऐसा नहीं चलेगा। मीटिंग में मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती, विकास आयुक्त राधेश्याम पोद्दार, डीजीपी राजीव कुमार सहित सभी विभागों के प्रधान सचिव, सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलों के डीसी और एसपी भी मौजूद थे।

निर्भीक होकर ईमानदारी से करें काम

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे लोग अपने कामों को निर्भीक होकर ईमानदारी से करें अगर कोई उनके काम में हस्तक्षेप करता है, तो वह भी बख्शा नहीं जाएगा। इस सरकार में अधिकारियों को काम करने की पूरी छूट है। वह अपने अधिकारों और कर्तव्यों से मिसाल पेश करने की उम्मीद रखते हैं। राज्य के विकास की जिम्मेदारी अधिकारियों पर है। एक टीम बनाकर अधिकारी काम करें। क्योंकि जनता को इस बार सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं लेकिन ध्यान रखें जो लोग भी अपने कामों के प्रति लापरवाह हैं, उन्हें हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

विकास में बाधक नेता भी नपेंगे

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि जो भी नेता विकास के कामों में बांधा पहुंचाने की कोशिश करता दिखे उसके खिलाफ बिना डरे कार्रवाई की जाए। ऐसे नेताअेां को किसी प्रकार का संरक्षण नहीं दिया जाए।

चिरकुट नेताओं से वापस लें बॉडी गॉर्ड

मुख्यमंत्री ने गृह सचिव और डीजीपी को निर्देश दिया कि राज्य में सुरक्षा बलों की कमी है, ऐसे नेताओं से आग्रह करें कि वे अपने बॉडी गा‌र्ड्स वापस करें। खासकर जिन नेताओं को सुरक्षा के लिए सीआईडी से अनुशंसा प्राप्त हो, उन्हें ही सुरक्षा दिया जाए। जो लोग दिखावे के लिए बॉडी गार्ड लिए हैं, उनसे बॉडीगॉर्ड वापस लिया जाए।

बॉडीगार्ड से सब्जी मंगवाना बंद हो

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि कि मुझे सब पता है कि आप लोग बॉडीगॉर्ड से क्या करवाते हैं। उनसे सब्जी मंगवाने के अलावा घरेलू काम करवाना तुरंत बंद कर दीजिए, वरना सजा भुगतने से कोई नहीं बचा सकता। मौके पर कुछ पुलिस अधिकारियों ने फोर्स की कमी का राग अलापा, जिसपर सीएम ने कहा कि आप लोग थानों की समीक्षा कर लिस्ट भेजिए, ताकि नए पद स़ृजित कर नई भर्ती की जा सके।

शहर मेंजमे पुलिस अफसरों को नक्सल इलाकों में भेजें

शहरी क्षेत्रों को खासकर रांची, जमशेदपुर और धनबाद में जो पुलिस अधिकारी सालों से जमे हैं। ऐसे लोगों को उग्रवाद प्रभावित जिलों में जल्द से जल्द भेजा जाए। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश डीजीपी राजीव कुमार को दिया।

पर्यटन के लिहाज से देवघर-पारसनाथ पर हो खास ख्याल

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के लिहाज से देवघर और पारसनाथ बहुत महत्वपूर्ण हैं। देश-विदेश से यहां पर पर्यटक आते हैं। ऐसे में उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाए। वहां पर सिक्योरिटी के भी विशेष इंजताम किए जाएं।

लैंड रिकॉर्ड को सात दिनों के भीतर

मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि सात दिनों के भीतर अपने जिले के सभी लैंड रिकॉर्ड को अपडेट करें। ताकि सरकार के साथ-साथ आम लोगों को भी जमीन से संबंधित मामलों के बारे में सही जानकारी मिल सके।