-करोड़ों की बिजली परियोजनाओं का शिलान्यास और कार्यारंभ

-टांसमिशन सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए बड़ी पहल

PATNA: जहां बिजली पहुंच गई है, वहां मिल रही है। शहरी एरिया में ख्ख् से ख्ब् घंटे बिजली मिल रही है। गांवों में क्म् से ख्0 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है। क्0फ्वें बिहार स्थापना दिवस पर फ्ख्ब्क्.फ्8 करोड़ रुपए की विभिन्न बिजली परियोजनाओं का शिलान्यास एवं कार्यारंभ एवं क्0भ्.म्8 करोड़ रुपए की योजनाओं का उद्घाटन करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने यह बातें कहीं। सीएम ने कहा कि जिन योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया गया वे सभी ट्रांसमिशन सिस्टम को बेहतर करने वाली हैं। विद्युत आपूर्ति में जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन का बड़ा महत्व है। बिजली का उत्पादन कर दें, पर इसे कंज्यूमर को सुलभ नहीं करा पाए तो इसका कोई मतलब नहीं है। बिजली उत्पादन को ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन के माध्यम से कंज्यूमर तक पहुंचाना महत्वपूर्ण कार्य है। पावर प्लांट से सीधे ट्रांसमिशन सिस्टम से पहुंचाने में थोड़ी सी भी चूक हो जाती है तो सारा सिस्टम फेल हो जाता है।

तब और अब

सीएम ने कहा कि जब उन्होंने ख्00भ् में राज्य का कार्यभार संभाला था, तो उस समय महज ब्भ् ग्रिड सब स्टेशन सूबे में थे। बिजली पहुंचाने को नेटवर्क नहीं थे। क्ख्भ्म्भ् गांवों का ही विद्युतीकरण था। इसके बाद ऊर्जा के हर पहलू पर काम हुआ। बाढ़ पावर प्लांट के लिए राज्य सरकार की मेहरबानी से ख्भ् एकड़ जमीन रोतों रात मिली थी और उसी पर शिलान्यास हुआ था। बाढ़ एक्सटेंशन प्रोजेक्ट में म्म्0 मेगावाट में भ्0 परसेंट की हिस्सेदारी भी मिल गई है। कांटी में एनटीपीसी के साथ कांटी विद्युत तापघर का विस्तारीकरण एवं शुद्धीकरण कर रहे हैं। बरौनी में भ्00 मेगावाट की नई ईकाई राज्य सरकार अपने बल बूते पर खड़ा कर रही है। नवीनगर में ईकाई बन रही है। निजी क्षेत्र में चौसा, पीरपैंती एवं कचरा में भी इकाई आएगी। तीनों का निर्माण इंडिया गवर्नमेंट उपकरण द्वारा होगा, जहां पर क्000 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति नहीं कर पाते थे, वहीं आज इस क्षमता को बढ़ाकर ब्ख् मेगावाट करने में सफलता पाई है। साल के अंत तक यह क्षमता पांच हजार मेगावाट हो जाएगी।

ध्यान रखें कि लोग परेशान न हों

सीएम ने कहा कि देखरेख की प्रॉब्लम पर भी ध्यान देना होगा। ट्रांसफॉर्मर जो जल जाते हैं, उसे ससमय बदलना चाहिए। ट्रांसफॉर्मर बदलने की जो नीति बनायी गई है, ग्रामीण क्षेत्र में 7ख् घंटे और शहरी क्षेत्र में ख्ब् घंटे के अंदर तत्काल ट्रांसफॉर्मर बदले जाने चाहिए। लाइन में किसी तरह की फॉल्ट आने पर ससमय इसे ठीक होना चाहिए। सीएम ने स्वीकारा कि ठीक बिल कंज्यूमर को मिलना चाहिए। बिजली बिल ठीक नहीं रहने पर इसे सुधार कराने में कंज्यूमर को काफी यतन करना पड़ता है। घाटे की भरपाई राज्य सरकार अपने खजाने से कर रही है। कहा कि चोरी की संभावनाओं को टेक्नोलॉजी से समाप्त करें। उपयोग के आधार पर ही बिल मिलना चाहिए। इंफिशिएंसी लाए बिना हम बिजली क्षेत्र में पूरा सुधार नहीं ला पाएंगे।

ख्800 से फ्000 मेगावाट आपूर्ति कर रहे

समारोह की अध्यक्षता करते हुए एनर्जी मिनिस्टर बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि कोई प्रखंड ऐसा नहीं है, जहां पर पावर ग्रिड नहीं है। ख्800 से फ्000 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति कर रहे हैं। जिन प्रोजेक्ट का उद्घाटन व शिलान्यास हुआ है उनके पूरा होने से विद्युत आपूर्ति की क्षमता पांच हजार मेगावाट हो जाएगी।

ब्0ब्ख् गांवों में समय पर होगा पूरा

एनर्जी सेक्रेटरी प्रत्यय अमृत ने ने कहा कि जरूरत के अनुसार राज्य सरकार ने ऊर्जा विभाग राशि उपलब्ध करायी है। ब्0ब्ख् ग्रांवों के विद्युतीकरण का काम चल रहा है। इन गांवों के ऊर्जान्वित किए जाने के लक्ष्य को हम समय सीमा के अंदर पूरा करेंगे। इस मौके पर सीएम ने एनर्जी डिपार्टमेंट के पहले पावर एटलस का लोकार्पण किया और एक शॉट फिल्म का अवलोकन भी किया। आयोजन में सोशल वेलफेयर मिनिस्टर लेसी सिंह सहित कई अफसर मौजूद रहे।