-गुजरात से आए सद्भावना मिशन के सदस्यों ने कहा, बिहार के कामगार गुजरात में विकास के स्तंभ

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क्कन्ञ्जहृन्: गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ भाई पटेल के नेतृत्व में गुजरात से आए सद्भावना मिशन के सदस्यों ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग देश के कोने-कोने में फैले हुए हैं और वहां के आर्थिक विकास में योगदान दे रहे हैं। सदस्यों ने मुख्यमंत्री की इस बात से सहमति जताते हुए कहा कि गुजरात के सभी बड़े शहरों में बड़ी संख्या में बिहार के कामगार हैं और वहां के विकास के स्तंभ हैं। गुजरात से आए सद्भावना मिशन में सांसद पूनम बेन मदाम, विधायक, अरविंद भाई पटेल, बल्लभभाई काकडिया, पीयूष भाई देसाई, किशोर भाई चौहान और गुजरात सरकार के कई अधिकारी शामिल थे। मुख्यमंत्री को 31 अक्टूबर को होने वाले स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया। सरदार सरोवर डैम के निकट प्रतिमा का निर्माण किया गया है।

बिहार के लोगों की सरदार पटेल के प्रति असीम श्रद्धा

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों की सरदार पटेल के प्रति असीम श्रद्धा है। सरदार पटेल की जयंती के मौके पर कम से कम पंद्रह दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है। इस क्रम में उन्होंने यह भी बताया कि नवनिर्मित पुलिस मुख्यालय भवन व बिहार में पहली बार पूर्णत: भूकंपरोधी तकनीक से बने भवन का नाम सरदार पटेल के नाम पर किया गया है। यह सरदार पटेल के प्रति हमारा सम्मान है। मुख्यमंत्री ने 2002 में गुजरात में आए भूकंप की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उन दिनों वह केंद्र में कृषि मंत्री थे। भूकंप के बारे में सदन में मुझे ही सरकार का पक्ष रखना था। भूकंप के विशेषज्ञों से इस संबंध में बहुत सारी बातों को जानने-समझने का मौका मिला था।

शराबबंदी और मानव श्रृंखला के बारे में दी जानकारी

मिशन के सदस्यों को मुख्यमंत्री ने शराबबंदी और उसके समर्थन में हुई मानव श्रृंखला के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बिजली के क्षेत्र में हुई प्रगति के बारे में भी बताया। सोलर पावर स्टेशन के निर्माण के फैसले के बारे में भी जानकारी दी.मुख्यमंत्री ने उन्हें एक अणे मार्ग स्थित बोधिवृक्ष का दर्शन कराया और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।