श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन्: सीएम नीतीश कुमार 1989 से लेकर 2005 तक लगातार छह बार लोकसभा सदस्य रहे। इन 16 वर्षो में संसद में उनके भाषणों पर संकलित पुस्तक संसद में विकास की बातें का बिहार विधान परिषद सभागार में मंगलवार को लोकार्पण हुआ। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने कहा कि जिम्मेदार विपक्ष के नाते नीतीश कुमार ने जो कहा बिहार में सरकार बनने पर उसे पूरा किया।

बड़ी लकीर की 20-25 वर्षो में भी नहीं होगी बराबरी

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह ही नीतीश कुमार में भी निर्णय लेने का साहस हैं। हिम्मत के कारण ही वे पंचायत चुनावों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने और शराबबंदी जैसे असाधारण निर्णय ले सकें। मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने बड़ी लकीर खींच दी है,जिसकी बराबरी शायद अगले 20-25 वर्षो में भी कोई नहीं कर पाए। डिप्टी सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार ने केवल सीएम के नाते ही उल्लेखनीय काम नहीं किया है, रेलमंत्री के तौर पर भी उन्होंने बेंचमार्क स्थापित किया। नीतीश कुमार ने यह साबित कर दिया कि विकास से ही वोट मिलता है।