-मंदिरों और मेलों की अभेद्य सुरक्षा का फरमान

- शक्तिपीठों पर श्रद्धालुओं को मिलेगी सभी जरूरी जनसुविधाएं

LUCKNOW : आतंकी खतरे को देखते हुए प्रदेश सरकार ने नवरात्रि के दौरान प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिये हैं। सीएम आदित्यनाथ योगी ने मंगलवार सुबह दिल्ली जाने से पहले प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा, डीजीपी जावीद अहमद और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी को सभी प्रमुख देवी मंदिरों व मेला स्थलों पर हाईलेवल सिक्योरिटी इंतजाम करने को कहा है। सीएम का आदेश मिलते ही सभी अधिकारी विंध्याचल, देवीपाटन, शाकुंभरी पीठ (सहारनपुर) और अयोध्या में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था में जुट गए हैं। इसके अलावा नवरात्रि के दौरान सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं को जरूरी जनसुविधाएं भी उपलब्ध कराने को कहा गया है।

श्रद्धालुओं व धर्मस्थलों की सुरक्षा प्राथमिकता

गौरतलब है कि चुनाव के दौरान खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रेरित खुरासान मॉड्यूल के मेंबर्स को यूपी एटीएस ने अरेस्ट किया था। एक आतंकी सैफुल्लाह को काकोरी स्थित हाजी कॉलोनी में मुठभेड़ में मार गिराया था। अरेस्ट किये गए आतंकियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया था कि उनके निशाने पर विभिन्न धार्मिक स्थल थे। जिसे सुनकर सुरक्षा एजेंसियों के भी होश उड़ गए थे। सीएम आदित्यनाथ ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि धर्मस्थलों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए, इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चैत्र नवरात्रि के पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिये ऑफिसर्स को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश सरकार के मंत्री और प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि सरकार सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सुविधाओं के इंतजाम करेगी।

निर्देश मिलते ही पुलिस हरकत में

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह चौधरी ने सभी एसपी-एसएसपी को मंगलवार को एक पत्र जारी किया। जिसमें कहा गया है कि इस साल चैत्र नवरात्रि का पर्व 29 मार्च से 5 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इस दौरान हिंदू श्रद्धालुओं द्वारा व्रत और देवी मंदिरों में पूजन किया जाता है। सीएम का एलान है कि कहीं पर भी दंगा-फसाद नहीं होना चाहिये। उन्होंने पत्र में सभी थानों के त्योहार रजिस्टर को अपडेट करने का निर्देश दिया। साथ ही अगर कहीं पर दो संप्रदायों के बीच विवाद है और जहां मिश्रित आबादी है, ऐसे सभी इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने और हालात बिगड़ने पर त्वरित गति से एक्शन लेने को का है।

एएसपी और सीओ को देना होगा हलफनामा

एडीजी ने सभी एएसपी, सीओ व एसओ को खुद के सिग्नेचर से एक लिखित प्रमाणपत्र (हलफनामा) उपलब्ध कराने को कहा है। इस हलफनामे में इन अधिकारियों को अपने इलाके में सभी तैयारियों को पूरा करने का लिखित प्रमाण देना होगा। एडीजी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्रों में विवादित स्थल चिन्हित करें। अधिकारियों को यह हलफनामा नवरात्रि खत्म होने से तीन दिन पहले तक आईजी लॉ एंड ऑर्डर को भेजना होगा। इसके अलावा जुलूस के रास्तों के भ्रमण और विवाद का अवलोकन करने के लिए डीएम और एसपी की जवाबदेही तय की गइर् है।

साफ सफाई और बैरिकेडिंग भी की जाए

सभी प्रतिष्ठित मंदिरों व उसके आसपास विशेष सफाई की हिदायत दी गई है। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिये पीने का पानी, बिजली और यातायात प्रबंधन के साथ बड़े मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिये बैरिकेडिंग करने को कहा गया है।

रामनवमी पर अयोध्या में विशेष चौकसी

रामनवमी के मद्देनजर अयोध्या में विशेष चौकसी बरतने को कहा गया है। निर्देश में कहा गया है कि रामनवमी के पर्व पर अयोध्या में देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं। इसलिए, वहां की सुरक्षा में कोई कोताही न बरती जाए। इसके अलावा गर्मी को देखते हुए अयोध्या में सभी प्रमुख मंदिरों के आसपास शुद्ध पीने के पानी के साथ राजकीय चिकित्सालयों में पर्याप्त दवाइयों और डॉक्टर्स की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जा रही है।