LUCKNOW: एक तरफ प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सीएम और डिप्टी सीएम के क्षेत्र में ही रोड की कंडीशन सबसे अधिक खराब है। यह जानकारी परिवहन निगम की सर्वे रिपोर्ट में सामने आई है। परिवहन निगम ने रोडवेज बसों से हो रहे एक्सीडेंट को रोकने के लिए प्रदेशभर की सड़कों का सर्वे कराया। निगम ने प्रदेशभर में 552 ऐसे ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए जहां पर रोड एक्सीडेंट हो रहे हैं। इसमें सीएम और डिप्टी सीएम के साथ राजधानी के इलाके भी शामिल हैं जहां ब्लैक स्पॉट की संख्या खासी है।

 

552 ब्लैक स्पॉट प्रदेशभर में

प्रदेशभर में रोडवेज की बसों से होने वाले एक्सीडेंट की बढ़ती संख्या को देखते हुए परिवहन निगम ने सभी रूटों का सर्वे कराया। 20 रीजन में कराए गए सर्वे में प्रदेशभर में 552 ऐसे स्पॉट चिन्हित किए गए जहां दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। सबसे अधिक ब्लैक स्पॉट सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर क्षेत्र में सामने आए। इस क्षेत्र में 48 ब्लैक स्पॉट मिले। इन जगहों पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जो ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं उनमें सड़क के बीचोबीच गड्ढे और अंधा मोड़ की समस्यायें सामने आई। इन सभी जगहों पर ग्लोसाइन बोर्ड भी लगाए गए थे, अब वह गायब हो चुके हैं।

 

झांसी में मात्र दो क्षेत्र चिन्हित किये

डिप्टी सीएम और लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाहाबाद क्षेत्र में 38 ब्लैक स्पॉट मिले हैं। परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के क्षेत्र झांसी में महज दो ब्लैक स्पॉट सामने आए। यहां कालपी के कानका शरीफ और भिठारा ही ऐसी जगह हैं जहां पर दुर्घटनाएं होती हैं। सहारनपुर में मात्र तीन ब्लैक स्पॉट मिले। ब्लैक स्पॉट के मामले में प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी पीछे नहीं है। लखनऊ में इनकी संख्या 35 है, जहां पर बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं। इसके बावजूद इनको आज तक ठीक नहीं किया गया। मुरादाबाद में 42, आगरा में 34, अलीगढ़ में 17, बरेली में 45 और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्षेत्र वाराणसी में 30 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं।

20 ड्राइवर किये जा चुके निलंबित

परिवहन निगम ने ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए जाने के बाद चालकों को इन जगहों पर सर्तकता बरतने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन परिवहन निगम के चालक इसका ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में परिवहन निगम ने पांच से ऊपर दुर्घटना करने वाले 20 ड्राइवरों को निलंबित कर दिया गया है और उनसे रिकवरी के आदेश भी कर दिए गए हैं।

 

रोडवेज बसों से हो रहे एक्सीडेंट को देखते हुए प्रदेशभर के रूटों का सर्वे किया गया था। कई जगह रोड बहुत खराब मिली। इन रूटों के चालकों भी चेतावनी दी गई थी कि जहां रोड खराब है वहां पर विशेष सावधानी बरतें।

आशीष चटर्जी

जीएम दुर्घटना

परिवहन निगम