कांग्रेस में संगठन-सरकार तालमेल, पीडीएफ से रिश्ते और चुनावी चुनौती पर गहमागहमी

-कांग्रेस में दिन-ब-दिन बढ़ रही तालमेल के अभाव की शिकायत

-पीसीसी चीफ की उपेक्षा से संगठन में नाराजगी का आलम

DEHRADUN: खाट महापंचायत निबटने के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी फुर्सत से उत्तराखंड में कांग्रेस को लेकर बात करने की स्थिति में है। क्8 अक्टूबर को सरकार-संगठन तालमेल, पीडीएफ, चुनावी चुनौती आदि विषयों पर तफसील से बात होगी।

टिहरी महोत्सव से बढ़ी और दरार

-टिहरी में महोत्सव ने सरकार-संगठन और पीडीएफ के रिश्तों में नए तरीके से उथल पुथल मचा दी है। पीसीसी चीफ को इस सरकारी कार्यक्रम में न्योता न मिलने के बाद पूरा संगठन सरकार से नाराज है। पीडीएफ कोटे के मंत्री दिनेश धनै के साथ पीसीसी चीफ की तनातनी शुरू से रही है। इस बहाने अब दिल्ली में राहुल गांधी के साथ सरकार-संगठन में तालमेल पर तो बात होगी ही, पीडीएफ के रिश्तों पर मंथन होना भी तय है। सीएम हरीश रावत ने बताया कि क्8 को राहुल गांधी से मीटिंग तय हुई है।

तो इसलिए नहीं हुई टिहरी में कैबिनेट

टिहरी महोत्सव के दौरान वहां पर कैबिनेट मीटिंग करने की बात तय की गई थी। कुछ दिन पहले हुई कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया था। मगर इस पर अमल नहीं हुआ। माना जा रहा है कि संगठन के भीतर उपजे विरोधी स्वर के कारण निर्णय पलटना पड़ा है। दरअसल, जिस तरह से कांग्रेसियों ने टिहरी महोत्सव का विरोध किया, उसकी आशंका सरकार को पहले से ही थी। टिहरी में कैबिनेट से सरकार को कम और दिनेश धनै को ज्यादा प्रमोशन मिलना तय माना जा रहा था। इसलिए भी कदम पीछे खींचे गए हैं।

बीजेपी की राह, बुजुर्गो को न मिले टिकट

-बुजुर्गो को टिकट न देने के बीजेपी के फार्मूले का दायित्वधारी धीरेंद्र प्रताप पर गहरा असर हुआ है। यही कारण है कि धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि कांग्रेस में भी बुजुर्ग नेताओं को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने यह बयान दिया। राज्य आंदोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने यह भी कहा है कि पिछले चुनाव में जो भी बागी होकर मैदान में उतरा, उसे कम से कम एक बार के लिए टिकट से ड्राप किया जाना चाहिए।