RANCHI : झारखंड के चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन पिछले एक महीने से चुनावी दौरे में व्यस्त हैं। उनके रांची में नहीं रहने से कई सरकारी काम-काज प्रभावित हो रहे हैं। हेमंत सोरेन पिछले एक महीने से संथाल परगना और दूसरी जगहों पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वह रांची में मुश्किल से सात दिन ही रह रहे हैं। इसके पहले वह कुछ घंटों के लिए रांची आए और फिर वापस चले गए।

मार्च में रांची में रहे बस सात दिन

सीएम हेमंत सोरेन मार्च महीने में करीब सात दिन ही रांची में रहे हैं। उसके बाद से वह पूरे महीने संथाल परगना और अलग-अलग जगहों पर घूम रहे हैं। रांची में वह दो मार्च को पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में शामिल हुए थे। 6 और 7 मार्च को जब कांग्रेस के विजय हांसदा को जेएमएम में शामिल कराया गया, तब वह मौजूद थे। नौ मार्च को तिलेश्वर साहू की हत्या के बाद वह उनके फैमली को सांत्वाना देने के लिए वह उनके घर पहुंचे थे। इसके बाद 14 मार्च को जमशेदपुर के प्रत्याशी निरूप मोहंती को जेएमएम में शामिल कराने के लिए रांची में थे। 19 मार्च को सीएम रांची में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे। इसके बाद कुछ दिन के लिए रांची आए भी, तो बस कुछ घंटों के लिए और फिर वापस चले गए।

संथाल परगना में दे रहे हैं टाइम

फिलहाल सीएम हेमंत सोरेन सबसे अधिक संथाल परगना क्षेत्र में समय दे रहे हैं। गुरुजी दुमका से चुनाव लड़ रहे हैं। इनके लिए सीएम दुमका में कैंप किए हुए हैं। इसके अलावा राजमहल, जमशेदपुर और गिरिडीह में भी सीएम प्रचार कर रहे हैं। जेएमएम ने बिहार और उड़ीसा में भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं, जहां सीएम प्रचार कर रहे हैं।