7 लाख वोटर्स
चुनाव आयोग ने अपने स्पेशल सॉफ्टवेयर की मदद से 7 लाख ऐसे वोटर्स का डाटा तैयार किया है। जिनका नाम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों की कई विधानसभा क्षेत्रों में दर्ज है। इनमें कानपुर के करीब सात लाख वोटर शामिल हैं। आयोग के ज्वाइंट सीईओ आरके पांडेय ने डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर्स को 14 जनवरी तक वैरीफिकेशन रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये थे।

बीत गई डेडलाइन
बूथ लेवल ऑफिसर्स ने 4 दिनों में जैसे-तैसे वैरीफिकेशन कम्प्लीट तो कर दिया। मगर, इसकी सौ फीसदी रिपोर्ट आयोग के पास अब तक नहीं पहुंच सकी है। डिप्टी इलेक्शन ऑफिसर आरएन बाजपेई ने बताया कि वैरीफिकेशन का काम कम्प्लीट हो चुका है। मगर, कानपुर में कितने वोटर डी-डुप्लीकेट चिन्हित किये गये हैं। इसका पता डाटा फीडिंग के बाद ही चल सकेगा। डाटा की क्रॉस चेकिंग का काम आयोग को करना है। तभी डुप्लीकेट वोटर्स का असली डाटा मिल सकेगा।

सीएम विजिट के चक्कर में
31 जनवरी को वोटर लिस्ट का फाइनल पब्लिकेशन होना है। मगर, इस बीच सीएम समेत दूसरे मिनिस्टर्स की फ्रिक्वेंट विजिट के चक्कर में कुछ अहम काम पिछड़ रहे हैं। डी-डुप्लीकेट वोटर का डाटा समय पर न भेजा जाना इस कड़ी का हिस्सा भर है।

कहां कितने डुप्लीकेट वोटर्स -

असेम्बली   डी-डुप्लीकेट वोटर्स
बिल्हौर          1,19,022
बिठूर           1,06,457
कल्याणपुर       60,049  
गोविन्द नगर     60,426
सीसामऊ        40,766
आर्य नगर       40,036
किदवई नगर    56,308
कानपुर कैंट     45,312
महाराजपुर       87,748
घाटमपुर         92,685
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टोटल       7,08,809
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