-सीएम से मिल विधायकों ने अधिकारियों पर लगाया आदेश अनसुना करने का आरोप

दो दिनी प्रवास पर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यो सहित अन्य कार्यो का जायजा लिया तो जनप्रतिनिधियों से भी विधानसभावार क्षेत्र का फीडबैक जाना। रविवार की दोपहर सर्किट हाउस में मौजूद सीएम योगी ने पूछा विधानसभा में सब कैसा चल रहा है? विधायकों ने जनहित कार्यो का हवाला देकर सबकुछ बेहतर तरीके से चलने का जवाब दिया मगर, कुछ विधायकों ने दबी जुबान से यह भी सीएम के कान में बात डाली कि अभी भी कई अधिकारी पिछली सरकार की कार्यशैली से नहीं उबर पा रहे। बात चाहे बिजली व्यवस्था सुधारने की रही हो या फिर साफ पेयजल सप्लाई की। तहसील दिवस पर समस्याओं का निस्तारण मुठ्ठी भर रह गया है। कानून व्यवस्था बेहतर करने के वायदों पर ही सत्ता में काबिज हुई सरकार पर अब क्षेत्रवासी सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि शहर से लेकर गांव की डगर तक दिनदहाड़े मर्डर हो रहे हैं। कहीं व्यापारियों संग लूट हो रही तो कहीं महिलाओं की अस्मत से खिलवाड़ हो रहे। क्षेत्र में पहुंचने पर ऐसे-ऐसे शब्दों के बाण कलेजे को छलनी कर रहे। विधायकों की बात सुन गंभीर हुए मुख्यमंत्री ने ताकीद किया कि अधिकारी बात नहीं सुनते हैं तो उनकी एक लिस्ट बनायें।

पहुंचे योजनाओं का लाभ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधायकों से दो टूक कहा कि शहर भर में जगह-जगह विकास कार्य हो रहे हैं लेकिन गांवों पर भी विशेष नजर रखा जाए। रूरल एरिया के विधायकों से कहा कि हर रोज विधानसभा के एक-एक गांव में भ्रमण करें, ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं के निस्तारण पर बल दें। देखे ग्रामीणों को क्या-क्या परेशानियां है? निराकरण कैसे होगा। हर घर में राशन पहुंचा कि नहीं, बिजली के साथ-साथ उज्ज्वला योजना का क्या हाल है? सरकारी हैंडपंपों की क्या कंडीशन है, खराब हैं तो उसे दुरूस्त कराएं। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाएं।