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LUCKNOW : पुलिस वीक के तहत आईपीएस अफसरों के सम्मेलन में शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिये यूपी पुलिस की तारीफ की, लेकिन साथ ही उन्हें नसीहत भी दी। नसीहत अपना व्यवहार व कार्यप्रणाली सुधारने की, आम जनता की सुनवाई करने की। हाल ही में प्रदेश में हुई तमाम घटनाओं को लेकर उन्होंने अफसरों से सवाल भी किया कि जब पुलिस अधिकारियों के काम में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं तो फिर रिजल्ट क्यों नहीं मिल पा रहा। कुल जमा 82 मिनट के अपने उद्बोधन में जहां 13 मिनट पुलिस की तारीफ के नाम रहे वहीं, बाकी के 69 मिनट अफसरों को उन्होंने आईना दिखाया। कार्यक्रम में तीन आईपीएस व तीन कर्मियों को पहली बार सीएम का पुलिस मेडल भी प्रदान किया गया।

निवेश का माहौल बनाने में पुलिस की भूमिका

यूपी 100 मुख्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन की शुरुआत में यूपी पुलिस की पीठ थपथपाई। कहा कि, अपराध व अपराधियों के खिलाफ पुलिस अच्छा काम कर रही है। बीते फरवरी में प्रदेश में हुई इंवेस्टर्स समिट में 4।28 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार की ओर इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि यह प्रदेश की सुधरी कानून-व्यवस्था को दर्शाता है। निवेशकों के मन में सुरक्षा का भाव जगा है। प्रदेश में निवेश का माहौल बना है। जिसमें यूपी पुलिस की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का ही नतीजा है कि यूपी पुलिस की देश के साथ-साथ विदेशों में भी सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखनी होगी।

जनता का बल बनिये, बला नहीं

अपराधियों पर नकेल कसने के लिये पुलिस की तारीफ के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को नसीहत दी। कहा, पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को यम व नियम से काम करना चाहिये। 'जनता का बल बनिये, बला मत बनिये।' सीएम योगी ने कहा कि अच्छे अफसरों के तबादलों पर सुखद फीडबैक मिलता है। उन्हें बताया जाता है कि अगर यह अधिकारी कुछ दिन उस जिले में रह जाता तो और अच्छा होता। लेकिन, कई अफसरों के तबादले पर आम लोग खुशियां मनाते हैं। यहां तक कि उनके जाने पर लोग मंदिरों में प्रसाद तक चढ़ाते हैं। कहा, पुलिस को आम जनता के प्रति संवेदनशील होना चाहिये। सभी अधिकारी आम जन के साथ अच्छा व्यवहार करें, जिससे आम लोगों के बीच पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े।

कार्रवाई के लिये मुझे फोन करना पड़ता है

हाल ही में प्रदेश में हुई घटनाओं की ओर इशारा करते हुए सीएम ने पुलिस अधिकारियों की क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि जब पुलिस के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं है तो रिजल्ट क्यों नहीं आ रहा। कहा, आपको सारी सुविधाएं दी, इसके बाद भी कार्रवाई के लिये मुझे फोन करना पड़ता है। महिलाओं व युवतियों के संग होने वाली घटनाओं पर सीएम ने कहा कि एंटी रोमिया स्क्वायड केवल तात्कालिक परिस्थिति के लिये नहीं था। अगर एंटी रोमियो स्क्वायड प्रभावी हो तो घटनाएं नहीं होतीं।

अधिकारी बाजार जाकर लोगों से बात करें

पुलिस की फुट पेट्रोलिंग पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह पुलिस का मार्चपास्ट नहीं है। पुलिस को जनता से संपर्क बनाना चाहिये। एडीजी और आईजी अगर बाजार जाएंगे और आम लोगों से बात करेंगे तो स्थितियां बदल जाएंगी। टाइम पास करने के लिये अफसरों को फील्ड में न जाने की ताकीद करते हुए सीएम ने कहा कि पुलिस की लापरवाही से हुई घटनांए पूरे महकमे को बदनाम कर देती हैं। उन्होंने कहा कि दागी इंस्पेक्टर्स को थानों का चार्ज नहीं मिलना चाहिये। इसकी समीक्षा एडीजी और आईजी को करनी चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को मुख्यालय छोड़कर जनता के बीच कैंप करने को कहा।  

डीजीपी का अनुरोध, कमिश्नर प्रणाली पर विचार हो

गुरुवार को रैतिक परेड के दौरान राज्यपाल राम नाईक द्वारा प्रदेश के तीन महानगरों में कमिश्नर प्रणाली के सुझाव के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने कमिश्नर प्रणाली पर विचार किये जाने का अनुरोध किया। डीजीपी ने पुलिस की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही बीट पुलिसिंग एप, आटोमेटिक फिंगर प्रिंट आइडेंटीफिकेशन सिस्टम, ई-अभियोजन व ई-एफएसएल, प्रयागराज व गोरखपुर में नई एफएसएल यूनिट की शुरुआत जल्द किये जाने की जानकारी भी दी।

यह अधिकारी हुए सम्मानित

1. प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ जोन

उपलब्धि: विभिन्न एनकाउंटर्स में पुलिस टीमों का खुद नेतृत्व कर सफलताएं अर्जित कीं।

2. प्रवीण कुमार त्रिपाठी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर

उपलब्धि: पद पर रहते हुए प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाये रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

3. अभिषेक सिंह, एसएसपी एसटीएफ

उपलब्धि: संगठित अपराधों के नियंत्रण के लिये विभिन्न अभियानों का नेतृत्व कर कई उपलब्धियां अर्जित कीं।

4. अलका ठाकुर, इंस्पेक्टर आगरा

उपलब्धि: महिलाओं के प्रति अपराध की रोकथाम के लिये योगदान

5. अजय कुमार सिंह, हेड कॉन्सटेबल कुशीनगर

उपलब्धि: पद पर रहते हुए उत्कृष्ट कार्य किया।

6. सुदीप कटियार, कॉन्सटेबल सर्विलांस सेल, लखनऊ

उपलब्धि : सूझबूझ से कई घटनाओं का खुलासा और अपराधियों की धरपकड़ मेें योगदान।

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