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GORAKHPUR: गोरक्षपीठाधीश्वर व सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरु पूर्णिमा पर्व और वेदव्यास जी की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि आज भारत की प्राचीन गुरु परंपरा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का पर्व है। गुरु, हमेशा से समाज को नई दिशा दिखाता रहा है। गुरु शिष्य की परंपरा को समय-समय पर अनेक ऋषि मुनियों ने अपने उदार चरित्र से नई ऊंचाइयां दी हैं। वह गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर अपने शिष्यों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे लोग सौभाग्यशाली हैं, जो महायोगी गोरक्षनाथ की धरती पर गुरु शिष्य की इस महान परंपरा को निभाने का अवसर पाए हैं.

चार वर्ष पहले तक मिला था गुरु का आशीर्वाद
गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को याद करते हुए योगी ने कहा कि चार वर्ष पूर्व तक सभी को गुरु महाराज का आशीर्वाद प्राप्त होता था। आज संसार में नहीं हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है। गुरुदेव द्वारा प्रशस्त मार्ग जैसे गौ सेवा, शिक्षण संस्थान, चिकित्सा और वनवासी सेवा कार्यक्रमों के जरिए गोरक्षनाथपीठ लोक कल्याण के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रही है.

कोई काम बड़ा या छोटा नहीं
सीएम ने कहा कि दु:ख का सबसे बड़ा कारण मैं और मेरा है। जब व्यक्ति नकारात्मक होकर सिर्फ अपने और अपने परिवार के बारे में सोचता है तो समाज पतन की ओर बढ़ता है। यदि सकारात्मक होकर सबके भले के लिए सोचता है तो उसे सफलता प्राप्त होती है। समाज का भी भला होता है। योगी ने कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। सभी को अपने अपने क्षेत्रों में काम करते हुए एक आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए। जिससे समाज को एक नई ऊर्जा प्राप्त हो।