अबीर-गुलाल से आसमान में बनी सतरंगी छटा

दो सूबे के सीएम ने की हुरियारों की अगवानी

मथुरा: बृषभानु की लाडिली राधारानी के बरसाना का नजारा शनिवार को सबसे अलग रहा। गलियों से ढप की आवाज उठ रही थी। ढोल गूंजते रहे। छतों से पिचकारी से नेह का रंग बरस रहा था और फिजां में तरह-तरह का गुलाल आसमान में सतरंगी छटा बना रहा था।

टोलियों के दिखे ठाठ

लगभग साढ़े पांच सौ साल से चली आ रही लठामार होली की परंपरा वाले बरसाना में गली और चौकों पर सुबह से ही रंग और गुलाल उड़ने लगा। शनिवार को भानु के उदय होने के साथ ही बृषभानु की नगरी प्रेम पगे रसिया के तानों और ढप की धुनों पर थिरकने लगी। नुक्कड़ और कटरों में बाहर से आए श्रद्धालुओं को भी जमकर रंगों से सराबोर किया गया। नेह की पिचकारी चली तो रसियों भरा गुलाल उड़ा। दिन चढ़ने के साथ ही गीतों की लहक और रंगों की मस्ती बढ़ती गई। सखी रूप धरे श्रद्धालुओं की टोलियों के ठाठ देखते ही बनते थे। सभी प्रफुल्लित थे कि आज दो सूबों के सीएम योगी आदित्यनाथ और मनोहरलाल खट्टर उनके बीच हैं।

प्राचीन वैभव लौटाने का दिया आश्वासन

सीएम योगी करीब 12 बजे बरसाना पहुंचे। वह जन्मभूमि में केशवदेव के मंदिर में दर्शन करने के बाद वृंदावन में पुरी शंकराचार्य निश्चलानंद से मुलाकात कर यहां पहुंचे। निश्चलानंद के साथ उन्होंने श्राइन बोर्ड की तर्ज पर प्रदेश के सभी मंदिरों के विकास की संभावना पर चर्चा की तो अयोध्या, मथुरा, काशी के समाधान की भी बात की। बरसाना में संत रमेश बाबा की माताजी गौशाला में गोबर गैस आधारित बिजली संयंत्र और बिमटैक के आधुनिक पुस्तकालय का उद्घाटन किया। रमेश बाबा और चार प्रमुख संतों से मंदिरों के विकास, यमुना शुद्धिकरण के साथ मथुरा को उसके प्राचीन वैभवशाली रूप में लौटाने पर बात की। राधाबिहारी इंटर कॉलेज में सांस्कृतिक एवं पर्यटन विभाग के रंगोत्सव में जनता को आश्वस्त किया कि उनकी प्राथमिकता मथुरा के बेहतर विकास की है। लगभग तीन बजे सभास्थल के ही पास बने प्रियाकुंड पर सीएम योगी हरियाणा के सीएम खट्टर के साथ हुरियारों की अगवानी को पहुंचे।

जारी है रसिया

उधर, प्रियाकुंड पर पानी के बीच नौका पर पहली बार कृष्ण-राधा के स्वरूप की मनोहर झांकी सजी है। यहां पहुंच मुख्यमंत्री ने रस्मी तौर पर कृष्ण के प्रतीक हुरियारों के झंडे का गुलाल लगाकर पूजन किया। इस दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा हुई। इससे पहले उन्होंने यहां कुंड के लिए बनी नाली का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तो राधारानी मंदिर जाने का था लेकिन, भीड़ अधिक होने से वह ब्रह्माचंल पर्वत की सीढि़यां चढ़े बिना सीधे राजधानी उड़ गए और इधर रंगीली गली में लाठियों की तड़ातड़ गूंज उठी। रसिया जारी है।

लठ बरसाने को तैयार हुरियारिनें

नंदगांव से होली खेलने आने वाले हुरियारे परंपरागत तरीके से यहां पाग बांध हुरियारों के लठ झेलने को अपनी ढाल ठीक करते हैं। हुरियारे खुश हैं कि दो-दो मुख्यमंत्री उनकी आगवानी करेंगे। इधर, रंगीली गली में तैयारी चरम पर है। रंग और गुलाल से पुते चेहरों के बीच गोस्वामी समाज की हुरियारिनें लठ बरसाने को तैयार हैं।