-सीएम ने पिपराइच से दस्तक अभियान का शुभारंभ किया

GORAKHPUR:

सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंसेफेलाइटिस के खात्मे के लिए गोरखपुर के पिपराइच से सोमवार को 'दस्तक' अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर 'स्कूल चलो अभियान' के तहत मुख्यमंत्री ने अपने हाथ से 20 बच्चों को स्कूल किट भी दिए। उन्होंने कहा कि विकास के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।

इस सत्र से लागू हुआ एनसीईआरटी पाठ्यक्रम

प्रदेश सरकार बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह सचेत है। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा में 1.56 करोड़ बच्चे पढ़ रहे हैं। सरकार की ओर से बच्चों को कापी, किताब, जूता मोजा, बस्ता सहित सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। इस साल से एनसीइआरटी का पाठयक्रम लागू कर दिया गया है। महीने के अंत तक सभी बच्चों को पुस्तक उपलब्ध करा देंगे। स्कूलों को सभी के सहयोग से बेहतर किया है। अधिकारी नेता स्कूलों को गोद लेकर बेहतर प्रयास करें। प्रभात फेरी निकले, सभी बच्चे स्कूल पहुंचे। यह हमारा मिशन है।

पीएम आवास योजना में नंबर एक बना उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम आवास योजना में उत्तर प्रदेश नंबर एक बना है। सभी को पुण्य के काम में आगे आना चाहिए। संचारी रोग पर पूर्ण नियंत्रण के लिए 'दस्तक' अभियान चलाया जा रहा है। सभी को जीने का अधिकार है। नई पीढ़ी को स्वस्थ बनाने के लिए सरकार के साथ समाज के सभी लोग आगे आएं। उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई को जीता जाएगा। सभी बच्चों को टीका जरूर लगना चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्ववत सरकार पर किया हमला

इसके पहले सभा को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि इंसेफेलाइटिस प्रभावित सभी 38 जिले में अभियान चलाया जा रहा है। नौ विभाग सामूहिक रूप से अभियान चला रहे हैं। प्रचार प्रसार की गाडि़यां 617 गांव में दो हफ्ते दौड़ेंगी और हर घर तक पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि चूहे के अंदर का रहने वाला माइट कीड़ा बच्चों को काटकर स्क्रब टायफस फैलाता है। पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बीमारी को फैलने से नहीं रोका गया। सपा बसपा गठबंधन कर रहे हैं लेकिन बच्चों के इलाज के लिए कुछ नहीं किया। स्वास्थ्य मंत्री ने नारा दियाए 'जेई-एईएस' हारेंगे, प्रदेश जीतेगा, 'बचाव ही इंसेफेलाइटिस का असल इलाज है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इंसेफेलाइटिस के मुद्दे पर संवेदनशील है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद रहते इस बीमारी के खात्मे के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी।