सीएम योगी आदित्यनाथ व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के साथ स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती की वार्ता

ALLAHABAD: न कोई कार्यक्रम और ना ही कोई पहले से सूचना। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को जब जिला प्रशासन और हरिहर गंगा आरती समिति के संयुक्त तत्वाधान में रामघाट पर मां गंगा की आरती करने के बाद वापस सर्किट हाउस की ओर रवाना हुए तो किसी को इस बात का अंदाज ही नहीं चल सका कि मुख्यमंत्री का काफिला फोर्ट रोड सब स्टेशन से सीधे जीटी रोड होने के बजाए शंकराचार्य आश्रम की ओर मुड़ जाएगा। लेकिन जब यह वाकया घटित हुआ तो प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ ही अचंभित करने वाला रहा। मुख्यमंत्री प्रोटोकॉल तोड़कर सीधे अलोपीबाग स्थित शंकराचार्य आश्रम पहुंच गए। इसके चलते आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया और आम आदमी उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब दिखाई दिया।

दस मिनट चली गोपनीय वार्ता

शंकराचार्य आश्रम में प्रवेश करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले परिसर में स्थित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। फिर उन्होंने आश्रम के सभागार में उपस्थित श्रद्धालुओं का कुशल क्षेम पूछा। इसके बाद सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या की स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के साथ उनके कक्ष में ही दस मिनट तक वार्ता हुई। वार्ता पूरी तरह से गोपनीय रही। किसी को पता नहीं लग सका कि योगी आदित्यनाथ और स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के बीच किस संदर्भ में बात हुई।