-दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ ऑफिस कैम्पस में मौजूद सीएचसी का मामला

-शिकायत पर सीएमओ ने दिया जांच का आदेश, चार डॉक्टर की टीम गठित कर विभागीय जांच शुरू

VARANASI

सरकारी अस्पतालों में भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रहा है। ताजा मामला दुर्गाकुंड स्थित सीएमओ ऑफिस कैम्पस में मौजूद सीएचसी का है। आरोप है कि खोजवां निवासी अनिता श्रीवास्तव की सिजेरियन डिलेवरी के बदले महिला चिकित्सक ने पांच हजार रुपये की डिमांड की। आशा और एएनएम भी बहती गंगा में हाथ धोने को आतुर रहीं। पीडि़त महिला के परिजनों ने शनिवार को सीएमओ डॉ। वीबी सिंह से इसकी शिकायत। इसे गंभीरता से लेते हुए महिला डॉक्टर सहित स्टाफ नर्स के खिलाफ जांच तय की गयी है। सीएमओ की ओर से गठित चार सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने प्रसूता के पति से पूछताछ की।

पैथालॉजी वालों का डेरा

सीएचसी में बाहर से जांच कराने वाले पैथालॉजी वालों का डंका बज रहा है। महिला डॉक्टर ने उक्त प्रसूता को भी जांच लिखा। करीब ढाई हजार रुपये की जांच एक प्राइवेट पैथालॉजी को दिया गया। लैब से एक लड़का आया और नमूना और पैसा लेकर चलता बना। दोपहर में सीएमओ जब सख्त हुए तो कार्रवाई की तलवार लटकती देख महिला चिकित्सक ने उक्त लैब को फोन करके दोबारा लड़के को बुलाया और प्रसूता का थायरायड जांच भी लिखा। जबकि सुबह में प्रसूता का सिर्फ सीबीसी व आरएफटी जांच ही लिखा गया था। 400 रुपये सीबीसी, 800 रुपये आरएफटी व 600 रुपये थायरायड जांच का फीस है। मगर, पेशेंट से लिया गया 24 सौ रुपये।

कई बार हो चुकी है कार्रवाई

अभी दो माह पूर्व ही विवेकानंद राजकीय अस्पताल भेलूपुर में तैनात महिला डॉक्टर को लापरवाहियों के चलते हटाया गया था। दुर्गाकुंड प्रसूती गृह सीएचसी से जोड़ते हुए वार्निग भी दी गई थी कि दोबारा कोई शिकायत न मिले। इससे पूर्व भी जिला अस्पताल में महिला चिकित्सक की शिकायतें सीएमओ के यहां पहुंचती रहती थी। बावजूद सुधार नहीं है।

प्रसूता के तीमारदारों की शिकायत पर जांच टीम गठित की गई है। बयान लिया गया है। दोषी डॉक्टर, नर्स पर कार्रवाई जरूर होगी।

डॉ.वीबी सिंह, सीएमओ