लाचार सीएमएस

लगातार हो रही बच्चा चोरी की घटनाओं से परेशान सीएमएस ने सेल्फ सिक्योरिटी का लेसन बरेलियंस को दिया। उन्होंने कहा कि जो भी हॉस्पिटल में आए, वह अपने बच्चों का खुद ध्यान रखे। हां, कोई भी संदिग्ध नजर आए तो हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशनसे शिकायत जरूर करे। हालांकि उन्होंने एडमिनिस्ट्रेशन से सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाने की अपील की है।

हॉस्पिटल परिसर में हंगामा

अमित के परिजनों ने सुबह डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया। दरअसल खोए बच्चे अमित के बड़े भाई सुमित को जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इस पर परिवार और रिश्तेदारों ने बवाल काटा। डॉ। एमपी सिंह ने बताया कि सुमित की हालत में सुधार है। जिस दिन घटना हुई उसी दिन सुमित को जनरल वार्ड में शिफ्ट करना था लेकिन बच्चा चोरी होने के बाद ऐसा किया नहीं गया। ट्यूजडे को जब सुमित को ट्रंासफर करने की कोशिश हुई तो परिजनों ने हल्ला कर दिया।

कहीं मिलीभगत तो नहीं

अमित की मां शिवरानी अपने रिश्तेदारों के सहित एसएसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज करने पहुंची। सेवा मंच के नदीम और कई भद्रजन साथ में थे। उन्होंने एसएसपी संजीव गुप्ता को मांग पत्र सौंपकर जल्द कार्रवाई की रिक्वेस्ट की। नदीम का कहना है कि बार-बार हो रही इन घटनाओं से ये जाहिर हो रहा है कि हॉस्पिटल प्रशासन के कुछ लोग भी इस मामले में मिले हो सकते हैं।

शहर के मासूमों पर भले ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग का खतरा हो या फिर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से बच्चा चोरी होने की चौथी घटना लेकिन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस का इत्मिनान कमाल का है। आई नेक्स्ट ने बच्चा चोरी की घटना के ठीक दूसरे दिन सुरक्षा के तमाम दावों की हकीकत कैमरे में कैद की। महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का मेन गेट, ओपीडी, इमरजेंसी और मैटरनिटी वार्ड, इन सभी जगहों पर होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जरूर गई लेकिन स्पॉट पर कोई नहीं था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंडे को बच्चा चोरी की घटना के मसय भी इन कोई होमगार्ड और कांसटेबल तैनात नहीं था।