गाडि़यों के मुकाबले शहर में कम है पंपों की संख्या

मौजूद पंपों के जरिए एक दिन में सभी गाडि़यों की नहीं हो सकेगी फिलिंग

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ALLAHABAD: शासन और प्रशासन आधी-अधूरी तैयारियों के साथ शहर के सीएनजीकरण में लगे हैं। शुरुआती दौर में इसके लिए केवल आटो-टैंपो और बसों को चुना गया है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने जब शुक्रवार को शहर में पंपों की मौजूदा क्षमता और वाहनों की संख्या में कम्पैरिजन किया तो भविष्य की बड़ी समस्या सामने आ गई। इसमें यह साफ हो रहा है कि एक दिन में आधे वाहनों को भी सीएनजी सप्लाई देना मुश्किल होगा।

एक विक्रम में लगते हैं छह मिनट

शहर में 3500 ऑटो-टैंपो, विक्रम हैं। इनमें से एक की टंकी पूरी तरह भरने में पांच से छह मिनट का समय लगता है। सीएनजीकरण होने के बाद एक पंप 16 घंटे के वर्किंग ऑवर में अधिकतम 200 गाडि़यों को फ्यूल दे पाएगा। सिविल लाइंस मिश्रा चौराहे पर स्थित इंडियन आयल अडानी गैस के सीएनजी पंप पर तीन डिसपेंसर यूनिट लगी हैं। जबकि शहर के कुल तीन सीएनजी पंपों पर आठ डिसपेंसर यूनिट लगी हैं। इस तरह से एक दिन में सिर्फ 1600 ऑटो-टैंपो को फ्यूल दिया जा सकेगा।

बसों को सीएनजी देने में छूटेंगे पसीने

इसी तरह शहर में एक हजार बसें मौजूद हैं। इनको सीएनजी देना आसान नही होगा। क्योंकि फिलहाल महज दो डिसपेंसर यूनिट ही बसों के लिए मौजूद हैं। इनके जरिए बस का टैंक फुल करने में दस मिनट का समय लगता है। यह दोनों यूनिट कुल मिलाकर एक दिन में दो से तीन सौ बसों का टैंक फुल कर पाएंगी। बाकी बसों को इंतजार करना पड़ सकता है। बस चालकों ने दिसंबर तक सीएनजी पंपों में नई डिसपेंसर यूनिट लगाने की मांग की गई है।

तीन नए पंपों की जरूरत

आरटीए की बैठक में इंडियन आयल अडानी गैस को दिसंबर जरूरत को देखते हुए तीन नए पंप स्थापित करने के आदेश दिए गए थे। इनमें से एक फाफामऊ, नैनी और बमरौली में खुलना है। बताया जा रहा है कि बमरौली वाला तय समय में संचालित हो सकता है। लेकिन बाकी दोनों पंपों के बारे में संबंधित अधिकारियों को अधिक जानकारी ही नहीं है। ऐसे में आरटीओ द्वारा नए परमिट जारी होने के बाद सभी वाहनों को सीएनजी उपलब्ध कराना इतना आसान नहीं होगा।

फैक्ट फाइल

शहर में कुल ऑटो-टैंपो की संख्या- 3500

बसों की संख्या- कुल एक हजार

प्राइवेट बसें- 800

परिवहन निगम की बसें- 200

कुल सीएनजी पंप- तीन

डिसपेंसर यूनिट- आठ

एक विक्रम का टैंक फुल करने में लगने वाला टाइम- 6 मिनट

एक बस का टैंक फुल करने में लगने वाला टाइम- आठ से दस मिनट

आटो-टैंपो की टंकी की क्षमता- छह से सात किग्रा

बसों की टंकी की क्षमता- 27 से 45 किग्रा

कंपनी का कहना है कि जल्द ही बमरौली का सीएनजी पंप चालू करा दिया जाएगा। बाकी के डेवपलमेंट के बारे में पता किया जा रहा है। फिलहाल तीन सौ सीएनजी विक्रम को परमिट जारी किया गया है।

-सगीर अहमद, आरटीओ इलाहाबाद

आरटीए की मीटिंग में टैंपो-टैक्सी संचालकों को दिसंबर तक सीएनजी में बदलने को कहा गया है। जबकि इसके मुकाबले अभी पंपों की संख्या काफी कम है। जब तक पर्याप्त सीएनजी पंपों की व्यवस्था नही हो जाए, थ्री व्हीलर्स पर अधिक दबाव बनाना उचित नही होगा।

-रमाकांत रावत, महामंत्री, टैंपो-टैक्सी यूनियन इलाहाबाद