- कहा, बिना विदेशी कोच की हेल्प के ओलम्पिक में मेडल का सपना पूरा नहीं हो सकता

- एथलेटिक्स को लेकर सरकार के उदासीन रवैये पर खासी नाराजगी जाहिर की

LUCKNOW: इंडियन कोच में कैलिबर नहीं है कि वे यहां के खिलाडि़यों को तैयार कर सकें जो ओलम्पिक से इंडिया के लिए मेडल ला सकें। बिना विदेशी कोच की हेल्प के ओलम्पिक में मेडल का सपना पूरा नहीं हो सकता। यह कहना था एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट आदिल जी सुमरीवाला का। आदिल सुमरीवाला थर्सडे को महानगर में शुरू हुई चैम्पियनशिप के इनॉग्रेशन सेशन में हिस्सा लेने आए थे। इससे पहले उन्होंने एथलेटिक्स को लेकर सरकार के उदासीन रवैये पर खासी नाराजगी जाहिर की।

दोषी है सरकार

उन्होंने कहा कि हम यहां पर एथलेटिक्स की बेहतरी के लिए विदेशी कोच की डिमांड करते हैं तो उसमें टाल-मटोल रुख अपनाया जाता है। उन्होंने बताया कि ग्लासगो में होने वाले कॉमनवेल्थ में एथलेटिक्स में उतने मेडल इंडिया को मिलने की उम्मीद नहीं है जितने की दिल्ली में मिले थे। इसके लिए भी सिर्फ सरकार ही दोषी है। नए फॉरेन कोच निकोलई स्नेसारेव को लगभग चार महीने पहले ही यहां आए हैं। उनके पास इतना समय नहीं है कि एक महीने के अंदर इंडियन एथलीट्स का भाग्य बदल दे। सुमरीवाला ने आरोप लगाया कि ख्0क्0 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद सरकार से ग्लासगो के लिए कोच मांगा था। लेकिन पिछली सरकार ने उस पर कोई काम नहीं किया। चार साल पहले मांगी गई सुविधाएं अब मिली हैं। सरकार और एसोसिएशन के बीच तालमेल की कमी है।

डोपिंग में बरतें सख्ती

डोपिंग के मामले में उन्होंने बताया कि हमने सरकार को प्रस्ताव दिया था कि इसमें सख्ती की जाए। उन्होंने बताया कि जो खिलाड़ी डोपिंग में पकड़ा जाए उसके कोच को जेल भेजना चाहिए। डोपिंग के मामले जूनियर लेवल पर ज्यादा होते हैं। ऐसे में उन्हें भी जुवेनाइल के दायरे में लाया जाए। उन्होंने बताया कि डोपिंग का प्रयोग बढ़ने के कारण ही हमने नाडा का दायरा बढ़ा दिया है। डोप टेस्ट के लिए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) को स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस मीट, सिविल सर्विसेज और रेलवे मीट में भी नाडा के अधिकारी जांच करे। वहां पर भी प्रमोशन के लिए खिलाड़ी शक्तिवर्धक दवाओं को ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज एथलेटिक्स से कटे हुए हैं। मेरी कोशिश है कि इनके लिए कोई योजना बन सके और वे आयोजनों में हिस्सा ले सकें।