- कोचिंग संचालकों की मनमानी के शिकार स्टूडेंट्स, पेरेंट्स की सैकड़ों शिकायतें पहुंची पुलिस के पास

-आईजी की स्पेशल टीम ने कोचिंग संचालकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए बनाया 'चक्रव्यूह'

KANPUR: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं की शहर में चल रही सैकड़ों कोचिंग संचालकों के लिए बुरी खबर है। शहर की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग्स में लाखों स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। इतना ही नहीं दूसरे शहरों से भी स्टूडेंट्स कानपुर की कोचिंग्स में पढ़ने आते हैं। जिसकी मनमानी फीस भी वो अदा करते हैं। लेकिन इसके बाद भी उनके साथ 'धोखा' हो जाता है। पेरेंट्स और स्टूडेंट्स के साथ होने वाले इस धोखे कई शिकायतें मिलने के बाद इसको रोकने के लिए पुलिस ने स्पेशल प्लान बनाया है। जिससे की स्टूडेंट्स और पेरेंट्स इस धोखे से बच सकें।

शिकायतों के बाद उठाया कदम

आईजी आशुतोष पांडेय के मुताबिक शहर में चल रही सैकड़ों कोचिंग्स में कई तरह की गड़बडि़यों की शिकायतें उनके पास आई। जिसके बाद इसके निस्तारण के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है जो चक्रव्यूह बना चुकी है। शिकायत करने वालों ने बताया कि कोचिंगों में मनमानी फीस वसूलने के साथ ही धोखाधड़ी भी खुलेआम की जा रही है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि एक ही स्टूडेंट के सलेक्ट होने के बाद उसकी फोटो दर्जनों कोचिंग वाले अपने विज्ञापनों में देते हैं। जिससे नया स्टूडेंट भ्रमित हो जाता है। टॉपर या बड़े एग्जाम में सलेक्ट होने वाले स्टूडेंट की फोटो अपने विज्ञापन में दिखाकर कई कोचिंग वाले स्टूडेंट्स को अपने जाल में फंसा लेते हैं फिर जब वो कोचिंग में पढ़ने पहुंचते हैं तो उनको वहां उस स्तर की पढ़ाई नहीं मिलती है।

धमकाने से भी बाज नहीं आते

औरेया के रहने वाले विकास मिश्रा जोकि काकादेव स्थित एक कोचिंग में आईआईटी जेईई की कोचिंग पढ़ रहे हैं वो कहते हैं कि जिन बड़े टीचर्स के दावे एडमिशन से पहले किए जाते हैं वो पढ़ाई के दौरान नहीं मिलते हैं। काकादेव की एक बड़ी कोचिंग में पढ़ने वाले आशीष त्रिपाठी बताते हैं कि जब वादे के मुताबिक पढ़ाई नहीं होती है तो स्टूडेंट्स फीस लौटाने की बात कहते हैं। जिसको कोचिंग संचालक खारिज कर देते हैं। अगर ज्यादा प्रेशर करो तो कोचिंग संचालक धमकाने से भी बाज नहीं आते हैं। आईजी के मुताबिक ऐसी तमाम शिकायतें आने के बाद स्पेशल टीम ने इस मनमानी को रोकने के लिए स्पेशल प्लान बनाया है जिसके बाद इस पर लगाम लगाई जा सकेगी।

'चक्रव्यूह' की रचना हाे चुकी है

आईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि 'चक्रव्यूह' की रचना हो चुकी है। पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को राहत दिलाने के लिए स्पेशल टीम कोचिंग संचालकों पर पैनी नजर बनाए हुए है। उन्होंने बताया कि लगातार आ रहीं शिकायतों से साफ हो चुका है कि कुछ बड़ी कोचिंगवाले कई तरह की बड़ी गड़बडि़यां कर रहे हैं। कानपुर नहीं बल्कि पूरे प्रदेशके जिलों से आने वाले हजारों स्टूडेंट्स कानपुर की कोचिंगों में पढ़ते हैं। ये बच्चे आईआईटी, मेडिकल, बैंक, एसएससी और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं में पास होने के लिए कोचिंग पढ़ने कानपुर आते हैं लेकिन इन कोचिंग संचालकों की मनमानी में फंस जाते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को इस धोखे से बचाने के लिए पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है।