-राजनैतिक पार्टियों की ओर से आचार संहिता का हो रहा खुलेआम उल्लंघन

- बिजली के खंभों, फुटपाथ पर लगे पोल आदि पर हो रहा है प्रचार

- सरकारी स्कीम वाले होर्डिग पर लगा है मुख्यमंत्री का फोटो

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AGRA। तू डाल-डाल, मैं पात-पात। ये कहावत आगरा में राजनैतिक पार्टियों से जुड़े नेता कर रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव डिक्लेयर होने के साथ-साथ आचार संहिता लागू हो गई है। लेकिन, शायद राजनैतिक पार्टियों को इसकी कतई चिंता नहीं रही है। अगर आपको यकीन नहीं आता, तो पढि़ए आई नेक्स्ट की यह एक्सक्लूसिव रिपोर्ट।

जगह-जगह पार्टी का प्रचार

चुनाव आयोग की ओर से आचार संहिता लागू हो चुकी है। इसके अंतर्गत किसी भी पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी पर कोई भी पार्टी अपने बारे में प्रचार नहीं कर सकती है। लेकिन, ताज सिटी का तो नजारा ही राजनैतिक पार्टीज के क्रियाकलापों को साफ-साफ बयां कर रहा है। आलम यह है कि पार्टीज की ओर से जगह-जगह अपने बारे में खुलेआम प्रचार किया जा रहा है।

कहीं फ्लैक्स तो कहीं झंडा

सिटी के डिफरेंट एरियाज में आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। कहीं राजनैतिक पार्टीज की ओर से फ्लैक्स लगाए हुए हैं, तो कहीं पर सार्वजनिक स्थलों पर झंडे लहरा रहे हैं। यकीन नहीं आए, तो संजय प्लेस में ही घूम कर देख लीजिए। यहां आपको बिजली के खंबों पर सपा के फ्लैक्स लटके हुए मिल जाएंगे। फुटपाथ पर लगे पोल्स पर पार्टी का झंडा भी बड़ी शान से लहरा रहा है।

हाईवे भी नहीं छोड़ा

आचार संहिता तो अब लागू हुई है, राजनैतिक पार्टियों ने नेशनल हाइवे तक को नहीं छोड़ा है, जबकि इस रोड पर तो पहले से ही किसी भी सूरत में प्रचार नहीं किया जा सकता है। ना तो होर्डिग्स के रूप में और ना ही फ्लैक्स आदि के रूप में। जबकि सपा नेताओं की ओर से हाइवे के बीचोंबीच स्थित स्ट्रीट लाइट के पोल्स पर अपने प्रचार वाले फ्लैक्स खुलेआम लटका रखे हैं।

ये दिखाई नहीं दे रहे?

झंडे और फ्लैक्स ही नहीं, बल्कि सरकारी होर्डिग्स पर अभी तक मंत्री जी अपना चेहरा चमका रहे हैं। संजय प्लेस स्थित विकास भवन कैम्पस में लगे एक सरकारी क्रिया-कलाप वाले होर्डिग पर तो बाकायदा खुद सूबे के

मुख्यमंत्री और सपा के प्रदेशाध्यक्ष अखिलेश यादव तक का फोटो लगा हुआ है, जबकि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार इन होर्डिग्स को हटा देना चाहिए। सरकारी स्कीम वाले ऐसे होर्डिग्स ही लगे रह सकते हैं, जिनपर सरकार का मछली वाला सरकारी चिन्ह भी लगा हुआ है। किसी भी तरह से इनपर किसी भी मंत्री के फोटो का इस्तेमाल आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन है।